कोलकाता: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार सुबह अरेस्ट कर लिया है। इससे पहले जांच एजेंसी के अधिकारियों ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ममता के मंत्री पार्थ चटर्जी से शुक्रवार को पूरी रात पूछताछ की थी। ED के अधिकारियों ने चटर्जी से आवास पर शुक्रवार सुबह 8 बजे से उनसे पूछताछ शुरू की थी, जो की शनिवार को भी जारी रही। पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने मंत्री पार्थ चटर्जी को अरेस्ट कर लिया गया। इससे पहले शुक्रवार को ही ED को चटर्जी की करीबी माने जाने वाली अर्पिता मुखर्जी की दक्षिण कोलकाता में स्थित एक घर से 20 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे। जब यह घोटाला हुआ था, उस समय पार्थ चटर्जी, ममता बनर्जी की सरकार में शिक्षा मंत्री थे। प्रवर्तन निदेशालय इस घोटाले में कथित रूप में शामिल लोगों के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग संबंधी पहलू की जांच कर रहा है। फिलहाल अर्पिता मुखर्जी को लेकर कहा जा रहा है कि वो पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी हैं। फिलहाल सवाल यह उठ रहा है कि बांग्ला फिल्मों में कभी साइड रोल करने वाली अर्पिता मुखर्जी, सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में गिने जाने वाले पार्थ चटर्जी की करीबी कैसे बन गईं? आपको बता दें कि अर्पिता मुखर्जी 2019 और 2020 में पार्थ चटर्जी के दुर्गा पूजा समारोह का चेहरा भी रह चुकी हैं और दुर्गा पूजा के दौरान जारी किए गए पोस्टर में पार्थ चटर्जी का नाम संघ के अध्यक्ष के तौर पर लिखा गया था। CM योगी का नाम लिखकर व्यक्ति ने की ख़ुदकुशी, बेटे ने लगाए ये गंभीर आरोप 'मुस्लिम छात्र' ने किया नूपुर शर्मा का समर्थन, पैगम्बर को लेकर भी कह दी बड़ी बात अग्निपथ विरोधी 'आग' में रेलवे के 260 करोड़ खाक, बीते 4 साल में हुआ 1376 करोड़ का घाटा