प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा कानून के कथित उल्लंघन के लिए ई-कॉमर्स प्रमुख फ्लिपकार्ट और उसके प्रमोटरों को लगभग 10,600 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस जारी किया है, इस मामले से परिचित सूत्र ने कहा। सूत्र ने कहा कि वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी और उसके अधिकारी अब निर्णय से गुजरेंगे जो चेन्नई स्थित एजेंसी के एक विशेष निदेशक-रैंक के अधिकारी द्वारा संचालित किया जाएगा। वही फेमा के तहत कार्यवाही प्रकृति में दीवानी हैं और अंतिम दंड, निर्णय के बाद, कानून के तहत उल्लंघन की गई राशि का कम से कम तीन गुना हो सकता है। विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) की विभिन्न धाराओं के तहत पिछले महीने 10 लोगों को नोटिस जारी किया गया था, जिसमें फ्लिपकार्ट, इसके संस्थापक सचिन बंसल और बिन्नी बंसल शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद नोटिस जारी किया गया था और आरोपों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नियमों का उल्लंघन और बहु-ब्रांड खुदरा को विनियमित करने वाले आरोप शामिल हैं। फ्लिपकार्ट के खिलाफ कथित एफडीआई नियमों के उल्लंघन का मामला 2012 से ईडी स्कैनर के तहत रहा है और एजेंसी ने विभिन्न मामलों में फेमा के कथित उल्लंघनों को पाया है, जिसमें भारत के बाहर किसी व्यक्ति या संस्था को हस्तांतरण और सुरक्षा जारी करने का एक उदाहरण शामिल है। असम सरकार का बड़ा फैसला- अब फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल में दर्ज नहीं होंगे गोरखा समुदाय के मामले JSPL स्टील का हुआ शानदार उत्पादन, जुलाई में 6.7 लाख टन तक हुई कुल बिक्री तमिलनाडु सरकार की बसों में शुरू हुई नई सुविधा