शिमला : कालका - शिमला हेरिटेज रेल ट्रैक पर मंगलवार को 35 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से इंजन दौड़ाने का ट्रायल सफल रहा। 35 मिनट में इंजन ने 18 किलोमीटर की दूरी तय कर ली। अब जनवरी में इंजन के साथ कोच को जोड़ कर हाई स्पीड ट्रायल किया जाएगा। इस ट्रैक पर ट्रेनों की स्पीड 25 से बढ़ाकर 35 किलोमीटर प्रति घंटा करने की कवायद के तहत यह ट्रायल करने की तैयारी है। गुरूवार से दूसरे चरण का तीन दिवसीय ट्रायल शुरू होगा। इस ट्रायल में 35 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर इंजन का ब्रेकिंग सिस्टम जांचा जाएगा। इंजन सुबह 9:30 बजे शिमला से शोघी रवाना हुआ और 55 मिनट बाद शोघी पहुंचा। शोघी से इंजन 10:50 पर रवाना हुआ और 11:24 पर शिमला पहुंचा। करीब 18 किलोमीटर की दूरी इंजन ने 35 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से 34 मिनट में पूरी की। दूसरे ट्रायल के लिए इंजन शोघी से 1:10 पर शिमला की ओर रवाना हुआ और 1:45 बजे शिमला पहुंचा। इस बार इंजन ने 35 मिनट में शोघी से शिमला की दूरी तय की। आरडीएसओ की टीम स्पीड बढ़ाने के लिए किए ट्रायल की रिपोर्ट तैयार कर रेल मुख्यालय को सौंपेगी। रिपोर्ट पर विचार-विमर्श के बाद इस ट्रैक पर गाडि़यों की रफ्तार बढ़ाने पर फैसला होगा। यदि रिपोर्ट में 35 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार को हरी झंडी मिलती है तब भी स्पीड 30 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक तय नहीं होगी। शिमला-कालका रुट पर अब चलेगी विस्टाडोम ट्रैन, शीशे की छत से ले सकेंगे दिलकश नज़ारों का आनंद 10वीं पास के लिए खाली पढ़ें 200 से अधिक पद विस्टाडोम कोच देश में पहली बार शिमला-कालका हैरिटेज ट्रैक पर दौड़ा