नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केजरीवाल की दिल्ली सरकार से कहा कि वह केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा उसे फॉरवर्ड की गई शिकायतों पर सख्त कार्रवाई करे। जावड़ेकर ने बताया कि सीपीसीबी ने दिल्ली सरकार को उन्हें भेज दी गई शिकायतों पर कार्रवाई करने में देरी को लेकर नोटिस जारी किया है। राष्ट्रीय राजधानी में खुले में जलाए जा रहे कचरे का सही निस्तारण नहीं हो पा रहा है। मानकों को लेकर निर्माण क्षेत्र में गंभीरता नहीं है। निर्माण कार्य से संबंधित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। सीपीसीबी ने दिल्ली सरकार को बताया है कि दिल्ली में कई स्थानों पर सड़क के बुनियादी ढांचे की कमी के कारण धूल की समस्या है। उन्होंने कहा, 'अब दिल्ली सरकार को नोटिस पर कार्रवाई करनी चाहिए। पुआल का जलना 60 से 62 दिनों तक होता है लेकिन शेष दिनों में प्रदूषण के खतरे को एनसीआर द्वारा निपटाया जाना चाहिए। जावड़ेकर ने मीडिया से कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बेहद चिंताजनक है। पुआल जलना बंद हो गया है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में स्थिति बहुत नाजुक है । सीपीसीबी की 50 टीमें पूरे दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण पर नजर रखें। विभिन्न मामले दर्ज किए गए हैं और शिकायतों पर सख्त कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए गवर्नेसनेट अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है। पीएनबी घोटाले में मेहुल चोकसी की फर्म के शीर्ष अधिकारी की जमानत याचिका ख़ारिज शहडोल के जिला अस्पताल में लगातार हो रही बच्चों की मौतें, भोपाल तक मचा हड़कंप आयशर ट्रक पलटने से कई हुए घायल