भोपाल: अनियमितताओं की शिकायत के आधार पर 8 सितंबर को ईओडब्ल्यू ने जबलपुर स्थित बोर्ड एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप के निवास पर छापा मारा था। यह देखकर सबकी आंखें फटी रह गईं कि छापे में ट्रस्ट की संस्थाओं की लीज रिन्यूवल में धोखाधड़ी, टैक्स ना चुकाया जाना, 17 संपत्तियों के दस्तावेज, 48 बैंक खाते, एक करोड़ 65 लाख की नगद राशि, 18,342 यूएस डॉलर और 118 पौंड विदेशी मुद्रा बरामद की गई। छापे में आठ चार पहिया वाहन बरामद हुए हैं। बड़े स्तर पर गड़बड़ियां और धोखाधड़ी सामने आई हैं। इसलिए शासन ने तय किया है कि कहीं छापेमारी में प्राप्त धन का उपयोग गैरकानूनी कामों में तो नहीं किया जा रहा था, धर्मांतरण और अन्य गैरकानूनी काम इस ट्रस्ट के माध्यम से तो नहीं किए जा रहे थे, इसकी जांच ईओडब्ल्यू करेगा। जांच में जिला प्रशासन की अपनी भूमिका होगी। मुख्यमंत्री का कहना है कि मेरे पास कई शिकायतें हैं। शासन द्वारा ट्रस्ट की संस्थाओं को जो जमीनें जिस उद्देश्य से लीज पर आवंटित की गई हैं, उसके बजाय कई स्थानों पर उनका व्यवसायीकरण के लिए उपयोग हो रहा है। इसकी जांच भी पूरे प्रदेश में की जाएगी। लीज पर देने की शर्तें निर्धारित होती हैं। शैक्षणिक उद्देश्यों, चिकित्सा संबंधी कामों, अस्पताल, धर्मस्थल आदि के लिए ये जमीनें दी जाती हैं। जांच में यह देखा जाएगा कि जिस उद्देश्य के लिए जमीन दी गई थी, उसका उपयोग कहीं दूसरे उद्देश्यों की पूर्ति के लिए तो नहीं किया गया। राज्य शासन इन शिकायतों को पूरी गंभीरता से लेगा। कई ऐसी शिकायतें भी मिली हैं जिसमें ट्रस्ट की संस्थाओं में धोखाधड़ी, टैक्स नहीं चुकाया जाना, नाम परिवर्तित कर दुरुपयोग, स्टांप ड्यूटी या लीज के नवीनीकरण में धांधली शामिल है, इन सारे मामलों को भी हम ईओडब्ल्यू को सौंप रहे हैं। जिला प्रशासन भी इसकी जांच करेगा। धर्मांतरण या बाकी गैरकानूनी गतिविधियां धर्म के नाम पर किसी भी कीमत पर नहीं करने दी जाएंगी। इस साल प्रदूषण से नहीं फूलेगी दिल्ली की साँस ! केजरीवाल सरकार ने बनाया ये मास्टरप्लान कहाँ गया दिल्ली का पैसा ? 4 सालों से 12 कॉलेजों में वेतन का संकट, कोई सुनने वाला नहीं 42 हज़ार की टीशर्ट पहनकर भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी.., भाजपा ने कसा तंज