नई दिल्ली। लोगों के लिए यह सुखद बात है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा कुछ बैंक्स के साथ अनुबंध किया है। जिसमें भविष्य निधि निकासी का भुगतान, पेंशन व बीमा हेतु 5 बैंक्स के साथ समझौता कर किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार बैंक आॅफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक से ईपीएफओ को लगभग 125 करोड़ रूपए बचाने में सहायता मिलेगी। श्रम मंत्री बंडारू दात्तात्रेय ले कहा कि ईपीएफओ लेन.देन शुल्क में और कटौती के लिये प्रशासनिक शुल्क में कमी लाने पर विचार कर सकता है ईपीएफओ के बकाये का संग्रह होने पर भुगतान एग्रीगेटर के माध्यम से किया जाना था। लेन देन पर लगभग 12 रूपए की लागत आंकी गई है। इस मामले में केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त वीपी जाॅय द्वारा कहा गया कि लेन देन शुल्क के तौर पर सदस्यों के खातों में वार्षिक 350 करोड़ रूपए की लागत आती थी। ईपीएफओ इस उद्देश्य से 7 और बैंक्स से चर्चा करने में लगा है। बैंक के साथ गठजोड़ को लाभदायक करने की बात कही गई है। ये 7 बैंक आईडीबीआई बैंक, बैंक आॅफ इंडिया, काॅर्पोरेशन बैंक, इंडियन ओवरसीज़ बैंक, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक आॅफ इडिया और बैंक आॅफ महाराष्ट्र आदि बताए गए हैं। 23 जुलाई को होगा CAPF Exam -एडमिट कार्ड के लिए लिंक पर जाएं ईद पर भी नहीं रुकी पत्थरबाजों की हरकतें, CRPF शिविर पर हमले में दो जवान घायल छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 0.1 फीसदी की कटौती