इस्वातिनी : दक्षिण अफ्रीका के देश में गुरुवार को चुनाव होने वाले हैं लेकिन ये चुनाव बाकी चुनाव से अलग होते हैं. ये देश इस्वातिनी के नाम से जाना जाता है जिसे पहले स्वाजीलैंड के नाम से जाना जाता था. इनके चुनाव में कोई प्रचार प्रसार नहीं होता. ये कहें कि राजनीतिक पार्टियों को चुनाव प्रचार की अनुमति नहीं है. पार्टियां प्रचार के लिए रैली भी नहीं कर सकती हैं. इस देश की बड़ी बात ये है किए यहां आज भी राजशाही चलती है और इस चुनाव में भी 5,40,000 वोटर उन्हें ही चुनेंगे जो राज परिवार के लिए वफादार हैं. यहां के राजा III की 14 पत्नियां और 25 बच्चे हैं. हांगकांग एयरलाइन्स के प्लेन पर लिखा कंपनी का गलत नाम हुआ वायरल दरअसल ये चुनाव ऐसे है जिसे साल 1973 में शुरू किया गया था. यहां के उम्मीदवार अपनी निजी प्रतिभा के आधार पर ही चुनाव में खड़े हो सकते हैं. साल 1973 में उस समय के राजा के पिता ने देश में राजनीतिक पार्टियों को बैन कर दिया था जो आज भी लागु है. उनके अनुसार इन पार्टियों का कोई अस्तित्व नहीं हो सकता. इन पर ये आरोप है कि पार्टियां रैली में सुधार के नारे लगाती हैं और पार्टी खुद टी-शर्ट पहनकर आती हैं. मॉडल एना ने लगाया रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर हत्या की साजिश का आरोप खास बात ये है कि इस इस अनोखे देश की संसद के लिए भवन निर्माण का काम भारत की ओर से ही हो रहा है जो ताइवान के साथ कूटनीतिक संबंधों वाला आखिरी देश है. ये कहा जा सकता है कि ये उन देशों में शामिल है जो सीधा चीन के संपर्क में नहीं है. खबरें और भी.. महिलाओं से नौकरी के विज्ञापन छिपा रहा फेसबुक, दायर हुआ मुकदमा जहरीली शराब पीने से एक भारतीय सहित 15 लोगों की मौत