बीते दिनों कोर्ट दुवारा फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद पाकिस्तान के पूर्व राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ को बचाने के लिए पाकिस्तानी सेना इमरान खान की सरकार के सहारे बचाने की कोशिश करेगी. यूरोपियन फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज (EFSAS) नामक थिंक टैंक ने यह दावा किया है. गौरतलब है कि पूर्व राष्‍ट्रपति मुशर्रफ को पिछले दिनों देशद्रोह के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी. मुशर्रफ ने शुक्रवार को लाहौर हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर इस सजा को चुनौती दी. सेना के इस कदम से कयास लगाए जा रहे कि उनकी फांसी टली सकती है. नाइजीरिया: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने कलम किए 11 ईसाई बंधकों के सिर अगर आपको नही पता तो बता दे कि एक विशेष अदालत द्वारा सुनाए गए इस फैसले को अभूतपूर्व और ऐतिहासिक बताया गया. सात दशक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब एक सेना प्रमुख (सेवारत या सेवानिवृत्त) ने ट्रायल का सामना किया. यूरोपियन थिंक टैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार इस फैसले से पाकिस्तान में सेना के बर्चस्व को खतरा हो सकता है. भांजी के आने पर ख़ुशी से फुले नहीं समाए सलमान, ट्वीट कर बहन को कहा 'शुक्रिया' पाकिस्तान की राजनीति में सेना हमेशा से हावी रही है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण खुद मुशर्रफ रहे हैं, जिन्होंने 1999 में तत्कालिन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का तख्तापलट कर आठ साल तक राज किया. इस फैसले के बाद लग रहा है कि सेना के बर्चस्व को नेता और न्यायपालिका चुनौती पेश कर रहे हैं.मुशर्रफ को मिली सजा पाकिस्तानी सेना को नगवार गुजरी और उसने अदालत के फैसले पर सवाल उठाए हैं।यूरोपियन थिंक टैंक के अनुसार इस वक्त तख्तापलट की संभावना आसार कम हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री इमरान खान सेना की कथपुतली की तरह काम कर रहे हैं. कई ऐसे मौके सामने आए हैं जब इमरान खान सरकार ने न्यायिक और राजनीतिक मोर्चे पर सेना के साथ खड़ी दिखाई दी है. रूस ने सबसे तेज मिसाइल को सेना में किया शामिल, कुछ घंटो में किसी भी देश को तबाह करने में समर्थ चीन आत्मनिर्भर बनने के लिए 2020 में लॉन्च करेगा ये सैटेलाइट्स दुनिया की 'सबसे ऊंची' क्राइस्ट प्रतिमा के लिए कांग्रेस नेता ने दी जमीन, भाजपा ने साधा निशाना