यरूशलम: इजरायली रक्षा बल (IDF) ने लेबनान में आम लोगों को गंभीर चेतावनी दी है कि वे तुरंत अपने घरों और इमारतों को खाली कर दें। दावा किया जा रहा है कि इन इमारतों में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह हथियार जमा कर रहा है। इजराइल ने हाल ही में हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने हमलों को और भी तेज कर दिया है। सोमवार को दक्षिणी लेबनान में हुए इन हमलों में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक घायल हुए, जिनमें महिलाएं, बच्चे और डॉक्टर भी शामिल हैं। लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, इजराइल ने देश में लगभग 80,000 से ज्यादा संदिग्ध फोन कॉल किए हैं, जिसमें लोगों को अपने घर खाली करने के लिए कहा गया है। टेलीकॉम कंपनी ओगेरो के प्रमुख इमाद क्रेडीह ने इस बात की पुष्टि की है और इसे "मनोवैज्ञानिक युद्ध" बताते हुए कहा कि इन कॉल्स का उद्देश्य देश में डर और अराजकता फैलाना है। इन कॉल्स और हमलों के बाद ऐसा लगने लगा है कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 11 महीने से जारी संघर्ष अब एक पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ रहा है, जो पिछले एक सप्ताह से और भी तीव्र हो गया है। इजराइल की तरफ से लोगों को खाली करने का आदेश उस वक्त आया है जब उसने "व्यापक हमलों" के एक नए दौर की शुरुआत की है। इसके चलते यह सवाल उठता है कि इजराइल आखिर क्या करने वाला है? क्या यह तैयारी किसी बड़े हमले की है? लेबनान की जनता को घर खाली करने का आदेश देना क्या किसी बड़े सैन्य ऑपरेशन का संकेत है? इसके साथ ही सवाल उठता है कि लेबनान इसका क्या जवाब देगा? क्या हिजबुल्लाह अकेले ही इजराइल का मुकाबला करेगा, या उसे बाहरी समर्थन भी मिलेगा? 57 मुस्लिम देशों में से क्या कोई लेबनान के पक्ष में खड़ा होगा? इन तमाम सवालों के बीच यह साफ है कि इस संघर्ष के और भी गहराने की संभावना है, जो पहले से ही संकटग्रस्त इलाके को और भी खतरनाक स्थिति में डाल सकता है। मधुमक्खियों के डंक से परिवार के चार लोगों की मौत, कुँए में मिले शव बच्ची का रेप करने मस्जिद वाली गली में ले गया शख्स, तभी आए बंदर और.. जितना IMF से मांग रहा पाकिस्तान, उससे ज्यादा तो भारत ने कश्मीर को दे दिया