लखनऊ: उत्तर प्रदेश की अंबेडकर नगर पुलिस ने रविवार (17 सितंबर) को शाहबाज, अरबाज और फैसल को उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किया था, जिसके कारण सड़क दुर्घटना में एक स्कूली छात्रा की जान चली गई थी। सभी आरोपियों पर IPC की धारा 302, 354, 298 और 304 के साथ-साथ POCSO अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। मृतक 17 वर्षीय के पिता सभाजीत वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से दो शाहबाज और अरबाज के पिता को जब घटना और अपने बेटे की गिरफ्तारी के बारे में पता चला, तो वे कितने परेशान थे। रिपोर्ट के अनुसार, अपने बेटे के कृत्यों पर शर्मिंदा होने की जगह, शाहबाज और अरबाज के अब्बू ने, अपने बेटों की गिरफ्तारी के बाद, ग्रामीणों के सामने कथित तौर पर दावा किया कि उसके 10 से अधिक बेटे हैं और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि एक या दो पर अदालत में मुकदमा चलाया जा रहा है या वे जेल में हैं। 17 वर्षीय मृत लड़की के पिता ने बताया कि कई ग्रामीणों ने उसे (आरोपियों के पिता) यह कहते हुए सुना। गौरतलब है कि इससे पहले मृतक के पिता ने मीडिया को एक बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि कैसे ये आरोपी अक्सर उनकी बेटी को स्कूल आते-जाते समय प्रताड़ित करते थे। दरअसल, उसने इस बारे में अपने माता-पिता से शिकायत की थी। 16 सितंबर को बाइक सवार आरोपी साइकिल सवार एक स्कूली छात्रा के साथ छेड़खानी कर रहे थे और उसका दुपट्टा खींच लिया, जिससे वह गिर गई। एक अन्य आरोपी पीछे से तेज रफ्तार मोटरसाइकिल पर आया और उसके ऊपर चढ़ गया जिससे उसकी मौत हो गई। 17 सितंबर रविवार को तीनों आरोपियों ने पुलिस कर्मियों को चकमा देकर भागने की कोशिश की। भागने की कोशिश में आरोपियों ने पुलिस कर्मियों से हथियार छीनने का भी प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस कर्मियों को उन पर गोलियां चलानी पड़ीं। पुलिस मुठभेड़ में शाहबाज़ और फैसल नाम के दो आरोपियों के पैरों में गोली लगी, जबकि तीसरे आरोपी अरबाज़ का भागने के प्रयास में फिसलने से पैर टूट गया। पीड़िता की सहेली, जो घटना के समय उसके साथ थी, ने पूरी घटना के बारे में बताया। उसने बताया कि वह अपनी सहेलियों के साथ स्कूल से घर लौट रही थी। उसने रोते हुए कहा कि शाहबाज, फैसल और एक अन्य लड़का उसका पीछा कर रहे थे। वे उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे। शुक्रवार को उनमें से एक ने सीधे उसका दुपट्टा खींच लिया, जिससे वह साइकिल से गिर गई। इसके कुछ ही देर बाद फैसल ने पीछे से उसके ऊपर बाइक चढ़ा दी। सहेली ने कहा की, 'जब तक मैं वहां पहुंची, उसके मुंह से खून आ रहा था और वह कुछ नहीं बोल पा रही थी। बाद में अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।' 51 साल का नबी आलम, 20 साल की हिन्दू युवती, कई बार रेप और जबरन गर्भपात, पूरा परिवार करता था प्रताड़ित 'अगर किसी ने महिला उत्पीड़न का अपराध किया, तो यमराज उसका इंतज़ार कर रहे होंगे..', किस मामले पर भड़के सीएम योगी ? दादी सरबरी खातून ने 5 वर्षीय पोते को कुँए में डूबाकर मार डाला, पुलिस के सामने बताई ये वजह