कोच्ची: केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने विश्वविद्यालयों में विभिन्न पदों पर नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद के आरोपों की जांच कराने की बात कही है। दरअसल, गवर्नर ने राज्यसभा के पूर्व सदस्य के के रागेश की पत्नी प्रिया वर्गीस की नियुक्ति करने के कन्नूर यूनिवर्सिटी के फैसले पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद प्रदेश सरकार और उनके बीच तनाव बढ़ गया। वर्गीस की कन्नूर यूनिवर्सिटी में मलयालम एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति होनी थी। CPM नेता रागेश, सीएम पिनराई विजयन के निजी सचिव भी हैं। गवर्नर ने नई दिल्ली में कहा कि, 'प्रोफेसर से लेकर निचले स्तर के कर्मियों तक, वे अपने रिश्तेदारों की नियुक्ति करना चाहते हैं। अब मैं व्यापक स्तर पर इस मामले की जांच कराने जा रहा हूं कि पिछले दो-तीन सालों के दौरान ऐसी कितनी नियुक्तियां की गई हैं।' गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने बताया कि उन्हें राज्य के विश्वविद्यालयों में ऐसी नियुक्तियों के बारे में विभिन्न वर्गों से शिकायतें प्राप्त हुईं हैं। CPM ने कन्नूर यूनिवर्सिटी में मलयालम एसोसिएट प्रोफेसर की विवादित नियुक्ति पर रोक लगाने के गवर्नर के फैसले को 'असंवैधानिक' बताया था। इसके साथ ही इस पद पर वर्गीस के नामांकन को लेकर 'भाई-भतीजावाद' के उनके इल्जाम को खारिज कर दिया था। महाराष्ट्र के बाद अब इस राज्य के CM की होगी छुट्टी! भाजपा ने किया बड़ा दावा '3-4 दिनों में मुझे अरेस्ट कर लेंगे..', मनीष सिसोदिया को सताने लगा गिरफ़्तारी का डर 'पापा मेरे दिल में हैं..', जयंती पर राहुल ने राजीव गांधी को किया याद