बैंगलोर: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने पार्टी विधायकों, नेताओं और मंत्रियों को कर्नाटक में कैबिनेट फेरबदल और नेतृत्व परिवर्तन जैसे मुद्दों पर सार्वजनिक टिप्पणी न करने की चेतावनी दी थी, यहाँ तक कि ऐसा करने पर अनुशासत्मक कार्रवाई की धमकी भी दी थी। मगर, ऐसा लग रहा है कि हाईकमान की इस चेतावनी का राज्य के कांग्रेस नेताओं पर कोई असर नहीं पड़ा है। सुरजेवाला की चेतावनी के महज 24 घंटे बाद ही, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने खुद दावा कर दिया कि वह पूरे पांच साल के लिए कुर्सी पर बने रहेंगे। जबकि कल यानी शुक्रवार (3 नवंबर) को ही, रामनगर से कांग्रेस MLA इकबाल हुसैन ने उनका विरोध करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार डेढ़ साल बाद सीएम बनेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, विधानसभा चुनावों में पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल को हराने वाले हुसैन ने कहा कि, "केपीसी के अध्यक्ष के रूप में शिवकुमार ने न सिर्फ जमीनी स्तर पर पार्टी का निर्माण किया है, बल्कि कार्यकर्ताओं में भी जोश और उत्साह का संचार किया है। उन्होंने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत में किसी भी दूसरे नेता से कई अधिक योगदान दिया है। उन्होंने बहुत कुछ त्याग भी किया है। इसलिए, यह बिल्कुल स्वाभाविक है कि हम चाहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बनें।' इससे पहले पार्टी और राज्य में सरकार से जुड़े मुद्दों तथा 2024 लोकसभा की तैयारियों के संबंध में AICC महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार और सीएम सिद्धारमैया के साथ बैठक के बाद सुरजेवाला ने बयानबाजी को लेकर धमकी दी थी। सुरजेवाला ने कहा था कि, 'हमने हमारे कुछ मंत्रियों और विधायकों द्वारा दिए गए विभिन्न बयानों के मुद्दे पर मंथन किया है और मैंने कर्नाटका कांग्रेस अध्यक्ष (शिवकुमार) से कहा है कि किसी भी मंत्री, विधायक या पार्टी नेता को पार्टी अनुशासन का उल्लंघन नहीं करना चाहिए, वरना उनपर एक्शन लिया जाएगा।' प्रदेश कांग्रेस हेडक्वॉर्टर में ढाई घंटे की लंबी बैठक के बाद सुरजेवाला ने कहा था कि जो कोई भी ऐसा करता है, वह पार्टी के लिए बहुत बड़ा नुकसान कर रहा है और यदि कोई भी पार्टी लाइन के खिलाफ सार्वजनिक बयान देता है, तो पार्टी को इस बारे में उचित कार्रवाई के बारे में विचार करना होगा। इसके बावजूद कांग्रेस के मांड्या MLA रविकुमार गौड़ा ने दावा कर दिया कि सरकार के ढाई साल के कार्यकाल के बाद डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार सीएम बनेंगे। इसके बाद राज्य में फिर कुर्सी को लेकर घमासान शुरू हो गया है। कुछ मंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया था कि मौजूदा सीएम सिद्धारमैया अपना कार्यकाल पूरा करेंगे और कुछ अन्य लोगों का कहना है कि इस पर फैसला लेना हाईकमान का काम है। बता दें कि, इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह पूरे पांच साल तक कुर्सी पर रहेंगे। जब उनसे सीएम परिवर्तन के बारे में पार्टी के अंदर से बार-बार भ्रमित करने वाले बयानों के बारे में सवाल किया गया, तो सिद्धरमैया ने कहा कि, 'भ्रमित करने वाला बयान किसने दिया है? यदि कोई बेकार बोलता है तो आप उसे महत्व क्यों देते हो।' यह स्पष्ट करने के लिए पूछे जाने पर कि क्या वह पूरे पांच वर्षों तक सरकार की अगुवाई करेंगे, तो उन्होंने कहा कि, 'हाँ, पांच साल तक हमारी सरकार रहेगी...मैं CM हूं, मैं CM बना रहूंगा।” तीन और डिप्टी सीएम बनाए जाने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि, 'यह किसने कहा? यह सब हाईकमान तय करता है। कांग्रेस कोई क्षेत्रीय पार्टी नहीं, यह एक राष्ट्रीय पार्टी है। बिना आलाकमान से चर्चा के कुछ भी फैसला नहीं लिया जा सकता। मुख्यमंत्री के रूप में मैं या MLA सरकार नहीं बदल सकते। हमारे पास आलाकमान है, वो फैसला लेगा।' हालाँकि, राज्य में शिवकुमार के समर्थक उन्हें सीएम बनाए जाने की मांग कर रहे हैं, ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि, कर्नाटक का सियासी ऊंट किस करवट बैठता है ? सत्ता में रहकर सट्टे का खेल..! 500 करोड़ के फेर में कैसे फंसे सीएम भूपेश बघेल ? नाराज़ हैं नितीश कुमार, डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस, बिहार सीएम के पास पहुंचा मल्लिकार्जुन खड़गे का फोन दुनिया के सबसे दौलतमंद व्यक्ति ने 'चंद्रशेखर' रखा अपने बेटे का नाम ! भारत से है बेहद ख़ास कनेक्शन