मुंबई: मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक घोटाले में इसके एक निदेशक रंजीत सिंह को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह बीजेपी के पूर्व विधायक सरदार तारा सिंह के बेटे हैं। अधिकारियों के अनुसार, ईओडब्ल्यू कार्यालय में शाम को रंजीत को हिरासत में लिया गया। दरअसल, जांचकर्ताओं ने पाया कि रियल्टी ग्रुप एचडीआईएल को दिए गए लोन पर उनके जवाब असंतोषजनक और विश्वास करने योग्य नहीं हैं। एचडीआईएल यह रकम चुका पाने में नाकाम रहा था। अफसरों ने बताया है कि बैंक का एक निदेशक होने के अलावा रंजीत बैंक की लोन वसूली कमेटी के सदस्य भी हैं। कथित तौर पर 4355 करोड़ रुपये के इस घोटाले के सिलसिले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीएमसी बैंक में फाइनैंशल फ्रॉड लगभग एक दशक से चल रहा था। जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि जॉय थॉमस की अगुआई में बैंक मैनेजमेंट ने कंस्ट्रक्शन कंपनी एचडीआईएल को फंड दिलाने के लिए हजारों डमी अकाउंट खोले हुए थे। यह खेल करीब 10 सालों से चल रहा था। रेग्युलेटर को शुरुआत में पता चला था कि थॉमस और मैनेजमेंट के कुछ लोगों ने मिलकर 4,226 करोड़ रुपये (बैंक के टोटल लोन का 73% हिस्सा) सिर्फ एक ही कंपनी एचडीआईएल को दिए थे, जो अब दिवालिया हो गई है| ऐसे में इस बैंक का दिवाला पिट गया और आरबीआई ने इसके कामकाज पर रोक लगा दी। उसने डिपॉजिटरों के पैसे निकालने की लिमिट तय कर दी थी। इसके बाद सामने आया कि घोटाला 4,226 करोड़ का नहीं, बल्कि 4,355 करोड़ रुपये का है। पंजाब व महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाला मामले में बैंक की आंतरिक जांच टीम ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। टीम ने कहा है कि बैंक के रिकॉर्ड से कुल 10.5 करोड़ रुपये कैश गायब हैं। जांच के बाद सामने आया है कि पीएमसी बैंक लोन घोटाला 4,355 करोड़ रुपये नहीं, बल्कि 6500 करोड़ रुपये से ज्यादा का है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बड़ा ऐलान, कहा- Air India और BPCL को 2020 तक बेच देगी सरकार दिल्ली के लिए मोदी सरकार का बड़ा फैसला, मंत्री जावड़ेकर ने ट्विटर पर दी जानकारी दिल्ली के घरेलू उद्योगों को मिला तोहफा, मोदी सरकार ने लिया बड़ा फैसला