भोपाल: लॉकडाउन के चलते स्कूल-कॉलेज सब बंद पड़े हुए है. वहीं, मध्य प्रदेश के सभी शासकीय और निजी विश्वविद्यालयों की स्नातक अंतिम वर्ष तथा स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की कक्षाओं की परीक्षाएं ऑफलाइन आयोजित होंगी. 29 जून से 31 जुलाई के मध्य पेन पेपर मोड पर परीक्षा केंद्रों पर जाकर विद्यार्थियों को परीक्षाएं देनी होंगी. दरअसल, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी शासकीय और निजी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव तथा शासकीय, अशासकीय स्वशासी, अनुदान प्राप्त महाविद्यालयों के प्राचार्यों को परीक्षाओं एवं अकादमिक कैलेंडर के संबंध में कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश गुरुवार को जारी कर दिए गए हैं. जानकारी के लिए बता दें की विश्वविद्यालय परीक्षाओं के संचालन में परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन किया जाना अनिवार्य होगा. स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर और अन्य पाठ्यक्रमों की नियमित परीक्षाएं स्थानीय स्तर पर परिस्थितियां सामान्य होने पर आयोजित की जा सकेंगी. वहीं, स्नातक कक्षाओं के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष सेमेस्टर एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के द्वितीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रवेश देकर एक सितंबर 2020 से नया सत्र प्रारंभ किया जाएगा. इस वर्ष के लिए स्नातक कक्षाओं और पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष तथा स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का नया सत्र 1 अक्टूबर 2020 से शुरू होगा. कोरोना की वजह से स्कूल-कॉलेजो की पढ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ा है. इसके चलते ये कदम उठाए जा रहे है. अगर मध्‍य प्रदेश के कोरोना की आकड़े की बात करें तो संक्रमण और मौतों की रफ्तार तेज होती प्रतीत हो रही है. गुरुवार को 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई. इनमें इंदौर में चार व सागर में दो मौतें शामिल हैं. वहीं 171 नए मरीज मिले, इन्हें मिलाकर कुल मरीज 7464 हो गए. इनमें से आधे से ज्यादा (4050) स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, इसलिए सक्रिय मरीजों की संख्या 3090 रह गई है. भोपाल में 22 नए कोरोना मरीज मिले, 30 जून तक इतने हजार होने की आशंका सागर में बढ़ा कोरोना का कहर, 27 नए संक्रमित मिले भाजपा अध्यक्ष की बहू की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, जल्द होगा खुलासा