ढाका: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के पूर्व विधायक अब्दुल मोमिन तालुकदार को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) -1 ने बुधवार को 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान मानवता के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए मौत की सजा सुनाई थी। आईसीटी-1 के अध्यक्ष न्यायमूर्ति मोहम्मद शाहीनूर इस्लाम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय न्यायाधिकरण ने यह आदेश जारी किया। न्यायमूर्ति अबू अहमद जमादार और न्यायमूर्ति के.एम. हाफिजुल आलम अन्य दो सदस्य हैं। तालुकदार ने 22 अप्रैल 1971 को बोगुरा के आदमदिघी में कलशा बाजार, राठबाड़ी और तेओरपोरा के गांवों में पाकिस्तानी कब्जे वाले सेना के अधिकारियों और अन्य सहयोगियों के एक सहायक बल के रूप में हिंदू आबादी और स्वतंत्रता सेनानियों पर हमला किया। उस पर एक राजनीतिक कार्यकर्ता सहित कम से कम दस लोगों की हत्या करने का आरोप है। तालुकदार ने पाकिस्तानी कब्जे वाले सेना बलों और सहयोगियों के साथ 24-27 अक्टूबर 1971 को काशीमाला गांव पर छापा मारा, 16-17 घरों को लूट लिया और पांच लोगों की हत्या कर दी। तालुकदार ने 25 अक्टूबर 1971 को आदमदिघी के तलशान गांव से चार लोगों की हत्या कर दी थी। दुष्कर्म का वीड‍ियो बनवाकर आरोपी ने दी धमकी, डरकर लड़की ने उठाया ये कदम Ind Vs NZ: न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में डेब्यू करेंगे श्रेयस अय्यर, कप्तान रहने ने किया ऐलान बात करते करते अचानक KBC के सेट पर रो पड़े जॉन अब्राहम, स्टेज पर पसरा सन्नाटा