नई दिल्ली : देश से भ्रष्टाचार और कालेधन पर लगाम कसने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अभी और भी योजनाओं को अमली जामा पहनाने की तैयारी में है। यह खुलासा रेवेन्यू सेक्रेटरी हसमुख अधिया ने किया है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया है कि नोटबंदी के बाद मोदी कौन सी योजनाएं लायेंगे लेकिन इतना जरूर समझा जा रहा है कि मोदी कालेधन को खत्म करने के लिये वे सभी कदम उठाएंगे जो उन्हें जरूरी लगता है। इधर अधिया ने यह भी कहा है कि सरकार इस उम्मीद पर है कि पांच सौ और एक हजार रूपये के पुराने नोट लोग बैंकों में जमा कर देंगे। उनका कहना है कि बैंकों मे निर्धारित समय तक पुराने नोटों को जमा कराया जा सकता है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि सरकार की कालेधन रखने वालों पर नजर नहीं है। अधिया ने कहा है कि बैंकों में रूपया जमा कराने का मतलब यह नहीं निकाला जाना चाहिये कि कालाधन सफेद हो जायेगा, धन को सफेद करने के लिये टैक्स जमा करना पड़ेगा। हसमुख ने बताया कि सरकार और आयकर विभाग ऐसे बैंक अधिकारियों पर भी नजर रख रही है जो कालेधन को छुपाने में लोगों की मदद कर रहे है। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने पांच सौ और एक हजार रूपये के नोटों को चलन से बाहर कर दिया है। भाजपा नेता ही लगे कालेधन को सफेद बनाने में