नई दिल्ली: जब भी हमें कुछ खाने के लिए बनाना हो, तो हम झटपट गैस का इस्तेमाल करते है और अपनी पसंदीदा चीज बना लेते हैं। ऐसे में समझ सकते है कि अब खाना बनाने के लिए कोई अधिक मेहनत नहीं करना पड़ता है, और ये सब हुआ है गैस सिलेंडर की कारण से। शहर ही नहीं गांवों के दूर-दराज के क्षेत्रों में भी अब गैस चूल्हा आ चुका है। लोग लकड़ियों को छोड़ अब गैस चूल्हे की तरफ बढ़ती जा रही है। गैस कनेक्शन लेना भी बहुत आसान है और जिसका उपयोग करना भी बहुत आसान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके गैस सिलेंडर पर एक्सपायरी यानी उपयोग की अंतिम तिथि भी दी जाती है? शायद आपको इस बारे में सूचना न हो, क्योंकि अधिकतर लोगों को इस बारे में नहीं पता है। लेकिन ऐसा होता है और आपके गैस सिलेंडर पर एक्सपायरी डेट होती है। ये रहा तरीका: अगर आप गैस सिलेंडर पर गौर से देखते है, तो आपको ए, बी, सी या डी में से कोई एक अक्षर दिखाई देते है। दरअसल, ये वही नंबर है जिससे आप एक्सपायरी डेट को पहचाना जाता है। ग्रुप बनाए जाते हैं: गैस कंपनियां करती कुछ ऐसा हैं कि वो पूरे साल यानी 12 महीनों को 4 भागों (ए, बी, सी और डी) में बांटकर इनका ग्रुप बनाया जाता है। कौन से ग्रुप में कौन सा महीना? ए ग्रुप - जनवरी, फरवरी और मार्च बी ग्रुप - अप्रैल, मई और जून सी ग्रुप - जुलाई, अगस्त और सितंबर डी ग्रुप - अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर ऐसे होती है एक्सपायरी की पहचान: अब आप समझ ही चुके होंगे कि कौन से ग्रुप में कौन सा महीना कब आता है । उदाहरण के लिए अगर आपके गैस सिलेंडर पर D-2020 लिखा है, तो इसका मतलब है कि ये सिलेंडर दिसंबर 2020 में एक्सपायर हो गया है। ऐसे में इससे आगे इस सिलेंडर का उपयोग करना बाहय ही खतरनाक होगा। भारत में Omicron की बढ़ती दहशत, अब तक 61 केस दर्ज.. तीसरी लहर की आशंका भारत में कोरोना वैक्सीन का बंपर उत्पादन, नहीं मिल रहा खरीदार बेटी ने रोशन किया परिवार का नाम, जानिए कैसे राजकुमारी बनीं 'आगरा का गौरव'