फेसबुक के कई सारे नियमों में काफी बदलाव आये हैं। वहीं हाल ही में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कंटेंट पॉलिसी की समीक्षा करने और उसमें परिवर्तन करने का एलान किया है, वहीं अब कंपनी ने एक और बड़ा फैसला लिया गया है।इसके साथ ही आप सभी जानते हैं कि सोशल मीडिया फर्जी और पुरानी खबरों की भरमार है। सोशल मीडिया पर कई बार लोग गलती से पुरानी कोई खबर या कोई पोस्ट शेयर कर देते हैं, परन्तु कई बार लोगों को गुमराह करने के लिए कुछ लोग दो-तीन साल पुरानी किसी खबर का लिंक सोशल मीडिया पर किसी नए मुद्दे के साथ जोड़कर साझा कर देते हैं, फ़िलहाल अब ऐसा नहीं होगा। फेसबुक ने कंटेंट शेयरिंग को लेकर किया बड़ा बदलाव पिछले कई सालों से फेसबुक पर सालों पुरानी खबरों की शेयरिंग को लेकर बवाल चल रहा है। पुरानी खबरों के शेयर होने के साथ दो समस्याएं हैं, पहली यह कि पुरानी खबरों को शेयर करने के बाद लोग उसे ब्रेकिंग या नई खबर मान लेते हैं और तेजी से शेयर करते हैं। दूसरी समस्या यह है कि पुरानी खबरें कई बार फेक न्यूज को बढ़ावा देती हैं, क्योंकि लोग नए मुद्दे से जोड़कर उस खबर को शेयर करने लगते हैं, जबकि वास्तव में तत्काल के किसी मुद्दे से उस खबर का कोई सारोकार नहीं होता है। फेसबुक अब ऐसी खबरों पर लगाम लगाएगा। यदि आप 90 दिन से पुराने कोई खबर फेसबुक पर शेयर करेंगे तो आपको एक पॉपअप नोटिफिकेशन मिलेगा जिसमें खबर के प्रकाशित होने की तारीख बताएगी और फिर आपसे शेयर करने और कैंसल करने के बारे में पूछा जाएगा। मतलब, यह है कि यदि आप पुरानी खबर शेयर करेंगे तो फेसबुक आपको अलर्ट देगा, उसके बाद आप पर निर्भर करेगा कि आप उस खबर को शेयर करना चाहते हैं या नहीं। फेसबुक ने इस फीचर को लेकर कहा है कि कोई यूजर अपनी टाइमलाइन पर क्या देखेगा, वह काफी महत्वपूर्ण और भरोसमंद होना चाहिए। इस फीचर से यूजर्स को भी जानकारी मिलेगी कि वह अपनी टाइमलाइन पर पुरानी खबरों को शेयर करना चाहता है या नहीं। OnePlus Nord में डुअल फ्रंट कैमरा भी है शामिल ऐसा स्मार्ट मास्क जो आठ भाषाओं में कर सकता है अनुवाद फोन के कैमरे से जानें सामान चीन का है या नहीं