अगर आप किसी की अर्थी में शमशान घाट गए हो तो आपने कभी ग़ौर किया होगा कि मृत व्यक्ति को मुखाग्नि देते वक़्त उसके सर पर जोर से डंडे से चोट दी जाती है. शायद की अपने इस विषय के बारे में सोचा होगा. बहुत की कम लोग इस प्रश्न का जवाब जानते होंगे कि आखिर क्यों मृत व्यक्ति को मुखाग्नि देते वक़्त उसके सिर पर डंडे से चोट दी जाती है. इसका असल क्या कारण है आइये हम आपको बताते हैं. दरअसल इसका हिन्दू मान्यताओं के अनुसार अगर किसी व्यक्ति के पास कोई विशेष प्रकार का ज्ञान था जो कि मरने के बाद भी उसके दिमाग में विद्यमान होता है उसे कोई भी तंत्र विद्या के द्वारा छीन सकता है और वो मृत व्यक्ति के ज्ञान को गलत कामों में उपयोग कर सकता है. मृतक को मुखाग्नि देते वक़्त उसके सिर पर चोट मारे जाने के पीछे इस तरह की मान्यताएं मानी जाती हैं. हालांकि इस बात का कोई भी उल्लेख्य हिन्दू पुराणों में नहीं है पर यह मुंह अग्नि की यह प्रथा सदियों से चली आ रही है. इसका एक और कारण मानना जाता है वो ये कि इंसानी शरीर में उसकी खोपड़ी एक ऐसा भाग होता है जो कि बड़ी देरी से जलता है इसलिए मुखाग्नि देते वक़्त इंसान के सिर पर बार खोपड़ी को फोड़ दिया जाता है जिसे सारा शरीर भस्म हो जाएं. जब शादी में दूल्हा ने सबके सामने दुल्हन के साथ किया ये काम एक कीड़ा निगल गया दुनिया की सबसे उम्रदराज मकड़ी को सेक्स लाइफ का आनंद पाने के लिए इस पुरुष ने लगवाया जानवर का पेनिस