महाराष्ट्र में फडणवीस और उद्धव की मुलाकात, क्या ठाकरे छोड़ देंगे कांग्रेस का साथ ?

मुंबई: गत वर्ष एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों ने बगावत कर भाजपा के साथ सरकार का गठन किया था। एकनाथ शिंदे अब सूबे के सीएम हैं और शिवसेना चीफ रहे उद्धव ठाकरे सरकार गंवाने के बाद पार्टी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। तब से ही उद्धव ठाकरे और भाजपा के बीच रिश्तों में बहुत दरारें आ गई है। मगर, गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा में अलग ही नजारा देखने को मिला। विधानसभा में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे आमने-सामने आ गए। दोनों बातें करते हुए हंसते दिखाई दिए और बहुत देर तक गपशप करते रहे। 

इस मुलाकात ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई अटकलों को जन्म दे दिया। कभी दोस्त रहे दोनों नेता बीते कुछ दिनों में एक-दूसरे की आलोचना के चलते सुर्ख़ियों में रहे हैं, मगर आज गुरुवार की मुलाकात में ऐसा कुछ नहीं दिखा, जिससे लगे कि उनके रिश्ते खराब हैं। बातचीत के बाद दोनों ही नेता विधानसभा की तरफ चल दिए। इतना ही नहीं सदन में भी चर्चा के दौरान उस समय नजारा एकदम बदल गया, जब भाजपा नेता और मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने उद्धव ठाकरे से इशारों में ही साथ आने के लिए कहा। 

बता दें कि, सुधीर मुनगंटीवार भाजपा और शिवसेना की 2014 से 2019 तक चली गठबंधन सरकार के दौरान चलाए गए वृक्ष संरक्षण अभियान के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैंने 2016 में जब यह योजना आरंभ की थी, तब राज्य के सभी बड़े नेता वहां मौजूद थे। मुनगंटीवार ने कहा कि, उद्धव ठाकरे और शरद पवार भी पेड़ लगाने पहुंचे थे। इस बीच उद्धव ठाकरे भी कुछ कहने लगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपके द्वारा लगाए गए पेड़ों में फल नहीं लगे हैं। इस पर मुनगंटीवार ने कहा कि हम आपसे लगातार कह रहे हैं कि पेड़ फल देगा। मगर आपने तो पेड़ से नाता तोड़ दिया, हम उसका क्या करें? 

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