रायगढ़: सरकारी विभागों में लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले तो आए दिन देखने को मिलते रहते हैं। किन्तु छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग में जो मामला प्रकाश में आया है, वह काफी अजीबोगरीब है, जिसने प्रशासनिक अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। जहां एक सरकारी स्कूल में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीचर की नौकरी के लिए अर्जी दी है। यही नहीं हद तब हो गई जब अधिकारियों ने धोनी का नाम साक्षात्कार के लिए शार्टलिस्ट भी कर लिया। दरअसल, यह हैरान कर देने वाला केस राजगढ़ जिले का है। जहां प्रशासन ने आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में 63 शिक्षक पदों के लिए ऑनलाइन अर्जियां मांगी थी। जिसके तहत स्कूल के कई विषयों के लिए संविदा भर्ती होनी है। जिसकी अंतिम तारीख 29 जून थी और अब साक्षात्कार शुक्रवार को होने थे, जिसके लिए एक अर्जी मांगी गई थी। आवेदक ने अपना नाम महेन्द्र सिंह धोनी बताया और पिता के नाम की जगह सचिन तेंदुलकर लिखा हुआ था। अपने आवेदन में दी गई जानकारी में आवेदक ने बताया है कि उसने CSVTU दुर्ग यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में 98 फिसदी अंकों के साथ ग्रेजुएशन किया है। 98 फिसदी अंक होने के कारण उसे विभाग ने साक्षात्कार के लिए इस धोनी नाम के युवक को अपनी फाइनल लिस्ट में शामिल कर लिया। प्रशासन ने आवेदन आने के बाद उन्हें शार्टलिस्ट कर अभ्यर्थियों के नाम वेबसाइट पर डाल दिए थे। किन्तु अभ्यर्थियों की लिस्ट डालते ही यह वायरल हो गई। जिस पर यूजर कमेंट्स करने लगे कि अब महेन्द्र सिंह धोनी को शिक्षक की नौकरी चाहिए। इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मचा गया और विभाग हरकत में आया और आवेदक के दिए गए नंबर पर फोन किया तो वह बंद आया। जिसके बाद इस फर्जी आवेदक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए गए। हालांकि, यह प्रशासन की लापरवाही के साथ ही बहुत बड़ी चूक है। अब सवाल उठता है कि जब शुरू में आवदेन आया था, तो क्या प्रशासन सो रहा था। यदि वहीं पर लिस्ट चेक हो जाती तो यह नौबत नहीं आती। आईसीआरए रिपोर्ट में कहा गया- कोविड की दूसरी लहर के बाद एनबीएफसी पर बढ़ा दबाव अर्जुन कपूर ने दी जन्मदिन पार्टी, नहीं पहुंची गर्लफ्रेंड मलाइका अरोरा आरबीआई ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी के लिए लाभांश वितरण मानदंड किया निर्धारित