मदरसे में चल रहा था नकली नोट छापने का गोरखधंधा, मौलवी-आलिम समेत 4 धराए

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में 28 अगस्त 2024 को पुलिस ने एक नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया, जो एक मदरसे से संचालित हो रहा था। इस मदरसे में 100 रुपये के जाली नोट छापे जा रहे थे, और पुलिस ने यहाँ से 1 लाख 30 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए। इस मामले में ओडिशा के जाहिर खान सहित कुल चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मदरसे का मौलवी तफसीरुल भी शामिल है।

यह घटना प्रयागराज के अतरसुइया इलाके के जामिया हबीबिया मस्जिद-ए-आज़म नामक मदरसे की है। पुलिस को यहां पर संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी, जिसके चलते उन्होंने मदरसे पर नज़र रखनी शुरू कर दी। जब पुलिस को यकीन हो गया कि मदरसे में कुछ गड़बड़ हो रही है, तो उन्होंने वहाँ छापा मारा। छापेमारी के दौरान, पुलिस ने मदरसे में तीन लोगों को एक प्रिंटिंग मशीन पर नकली नोट छापते हुए पकड़ा। पूछताछ के दौरान, इन लोगों ने इस गैरकानूनी काम में मदरसे के प्रिंसिपल, मोहम्मद तफसीरुल, की भी संलिप्तता बताई। गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपितों में 18 वर्षीय मोहम्मद अफजल, 18 वर्षीय मोहम्मद शाहिद, और 23 वर्षीय जाहिर खान शामिल हैं।

पुलिस को पता चला कि यह गिरोह पिछले तीन महीनों से नकली नोटों का धंधा कर रहा था। वे ज्यादातर 100 रुपये के नकली नोट छाप रहे थे क्योंकि लोग इनकी जांच कम करते हैं। गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि वे इन नकली नोटों को प्रयागराज के अलग-अलग हिस्सों में दुकानदारों को धोखे से दे रहे थे। पुलिस ने मदरसे से 1 लाख 30 हजार रुपये के नकली नोटों के अलावा नकली नोट छापने वाले प्रिंटर और अन्य मशीनें भी जब्त की हैं। अब पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है और अनुमान लगा रही है कि लगभग 5 लाख रुपये के नकली नोट बाजार में चलाए गए हो सकते हैं। गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की टीम भी मौके पर पहुँच गई है।

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