सरायकेला जिला के कुचाई थानान्तर्गत अरुवां गांव की रहने वाली 13 वर्षीय नाबालिग को एक झोलाछाप डॉक्टर ने अपनी हवस का शिकार बनाया. नाबालिग के परिजनों को यह बात कुछ दिनों पहले ही मालूम चली, जब उन्हें लड़की के गर्भवती होने का पता चला. 20 जनवरी को कुचाई थाना में इस बाबत मामला दर्ज हुआ जिसके बाद सरायकेला सदर अस्पताल में पीड़िता की मेडिकल जांच कारवाई गई जिसमें ये खुलासा हुआ कि लड़की को करीब 34 सप्ताह का गर्भ ठहरा हुआ है. इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. एपी सिन्हा ने कहा है कि पीड़िता बहुत कम उम्र में गर्भवती है और गर्भ काफी दिनों का है. ऐसे में गर्भपात करवाने या गर्भ रखकर समय पर प्रसव करवाने, दोनों ही स्थितियों में बहुत रिस्क है. ऐसे में पीड़िता का किसी अच्छे स्वास्थ्य सुविधा वाले और उन्नत सेंटर में ही प्रसव या टर्मिनेशन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पूरे मामले में आगे की कार्रवाई नाबालिग के परिजनों की इच्छा और कोर्ट के आदेश के अनुसार ही की जाएगी. कुछ माह पहले लड़की को अकेला पाकर, झोलाछाप डॉक्टर विषम सरदार ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. लेकिन मामला सामने नहीं आया. कुछ दिन पहले जब परिजनों ने बच्ची में शारिरीक परिवर्तन होते देखे तो उससे पूछने पर उसने दुष्कर्म की बात बताई. इसके बाद परिजनों ने कुचाई थाना में 20 जनवरी को मामला दर्ज कराया और बच्ची की मेडिकल जांच कराई, जहां 34 सप्ताह के गर्भ की बात पता लगी. स्कूल से हुई लापता, झाड़ियों में मिली लाश पुलिसकर्मियों द्वारा गैंगरेप पीड़िता फांसी पर झूल गई चार बीघा जमीन के लिए किया अपनी ही माँ का क़त्ल