MP से गिरफ्तार हुआ फर्जी तांत्रिक, सुषमा स्वराज का नाम लेकर कर चुका है ये काम

ग्वालियर: मध्य प्रदेश पुलिस ने ग्वालियर से एक बहुरुपिए को गिरफ्तार किया है, जो तांत्रिक का वेश धारण करके बड़े नेताओं से मिलते हुए उनके साथ तस्वीरें खींचवाता तथा सोशल मीडिया पर डालकर प्रभाव दिखाता था। यह बहुरुपिया नेताओं के नाम का फायदा उठाकर लोगों से काम करवाने का झांसा देकर पैसे लेता था। हाल ही में, यह जालसाज स्वयं को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पीए बताकर मध्य प्रदेश के DGP पर दो इंस्पेक्टरों के स्थानंतरण का दबाव बना रहा था। इसके लिए उसने दोनों इंस्पेक्टरों से मोटी रकम वसूल की थी।

DGP को इस जालसाज पर शक तब हुआ जब उसने अलग-अलग नंबरों से कई मैसेज भेजे, जिसमें उसने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के पीए जयकिशन के रूप में खुद को पेश किया। इन मैसेज में उसने आग्रह किया कि शिवपुरी के इंस्पेक्टर विनय यादव तथा गुना के इंस्पेक्टर पंकज त्यागी का स्थानंतरण ग्वालियर किया जाए। निरंतर कई मैसेज प्राप्त होने के पश्चात् DGP ने केंद्रीय मंत्री से पुष्टि की, और पता चला कि मंत्री जी इस व्यक्ति और इंस्पेक्टरों से अनभिज्ञ हैं। DGP की पुष्टि के पश्चात्, पुलिस ने जालसाज के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर डालकर उसकी लोकेशन पता की और उसे ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अपराधी ने अपनी पहचान पुष्पेंद्र दीक्षित के रूप में बताई। 

इस खुलासे के बाद, ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद सक्सेना ने दोनों इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया, जिन पर जालसाज के साथ साठगांठ रखने तथा तबादले के लिए दबाव बनाने का आरोप था। पुलिस ने आरोपी के पास से पांच मोबाइल फोन, विभिन्न नामों के आधार कार्ड, सिम कार्ड, और एक लाख रुपए की नगदी बरामद की है। अपराधी की यह पहली वारदात नहीं है; वह बीते 10-15 वर्षों से इसी प्रकार के अपराध कर रहा था। साल 2017 में, उसने तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नाम से BSF के डीजी को एक फर्जी आधिकारिक पत्र लिखा था, जिसमें तीन कर्मचारियों के स्थानंतरण का आदेश था। इस पत्र के आधार पर एक कर्मचारी का स्थानंतरण हो गया था, मगर दूसरे के ट्रांसफर के वक़्त मामला खुल गया। इसके बाद आरोपी के खिलाफ लोधी रोड थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।

पुलिस ने बताया, आरोपी साधु की वेशभूषा में रहता था तथा चमत्कार और सिद्धियों का दावा करता था। वह बड़े नेताओं और अधिकारियों से मिलकर उनके साथ तस्वीरें खींचता और सोशल मीडिया पर पोस्ट करता, जिससे वह प्रभावशाली दिखता था और शिकार को ठगने का काम करता था। अब ग्वालियर पुलिस आरोपी की पूरी कुंडली खंगालने और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उसने और क्या-क्या अपराध किए हैं।

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