नई दिल्लीः देश में चल रही मंदी की सबसे तगड़ी मार वाहन उद्योग पर पड़ा है। वाहन उद्योग ने सरकार के साथ बैठक में राहत पैकेज की मांग की है। ट्रांसपोर्ट संगठनों ने ट्रकों की खरीद पर तकरीबन रोक लगा दी है। ऊंची जीएसटी की दर और मांग में कमी के कारण ये संगठन ऐसा करने के लिए बाध्य हुए हैं। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (एआइटीडब्ल्यूए) और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) ये दोनों देश के मुख्य ट्रांसपोर्ट संगठन है। इनका बोलना है कि सेक्टर पर कई तरफ से पड़ रहे दबावों के चलते इस समय ट्रांसपोर्ट का कारोबार सही नहीं रह गया है। इसलिए इनके मेंबरों ने अभी एक भी ट्रक नहीं खरीदने का निर्णय किया है। संगठनों का बताना है कि जीएसटी की ऊंची दर, चालू वित्त वर्ष के लिए बजट में डीजल पर दो रुपये प्रति लीटर का सेस तथा इंश्योरेंस में बढ़ोतरी जैसे निर्णयों के चलते इस समय ट्रांसपोर्ट का कारोबार बेहद कठिनाईयों से भरा है। कई ट्रक कारोबारियों के सामने तो अपने कर्ज पर डिफॉल्ट करने का खतरा बढ़ गया है। एआइटीडब्ल्यूए के प्रेसिडेंट महेंद्र आर्या ने बताया कि हमारे मेबरों ने मिलकर यह निर्णय लिया है, क्योंकि ट्रांसपोर्ट का कारोबार अभी कठिनाई समय से गुजर रहा है। यह बिजनेस अब किसी भी तरीके से फायदेमंद नहीं रहा। उन्होंने बताया कि अगस्त से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु समेत सभी प्रमुख शहरों में एसोसिएशन के मेंबरों ने ट्रक नहीं खरीदने का पैसला किया है। GST संग्रह में 'बीमारू' राज्यों ने मारी बाजी, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का प्रदर्शन सबसे खराब सरकारी बैंकों के खुलने के समय में होगा बदलाव, अब 10 बजे से नहीं खुलेंगे बैंक ! नकली उत्पादों से देश को इतना हो रहा नुकसान, आंकड़े कर देंगे हैरान