पहले WHO चेयरमैन बनकर बढ़ाया देश का मान, अब डॉ हर्षवर्धन ने हासिल किया एक और बड़ा मुकाम

नई दिल्ली:  कोरोना संकट की इस कठिन परिस्थिति में बेहद व्यवस्थित तरीके से देश के स्वास्थय मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे डॉ हर्षवर्धन को हाल ही में उन्होंने विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) के कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही अपने बेहतरीन काम के कारण भारत के फेम इंडिया मैगजीन की 50 सबसे प्रभावशाली भारतीयों की सूची में भी उन्हें जगह दी गई है. इस सूची में वह 18वें स्थान पर है. अपनी उपलब्धियों और अपनी बेहतरीन कार्यप्रणाली के कारण उन्हें यह स्थान मिला है.

उल्लेखनीय है कि  देश के स्वास्थय मंत्री होने के साथ ही डॉ हर्षवर्धन केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, पृथ्वी विज्ञान मंत्री भी हैं। इनके नेतृत्व में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तमाम उपलब्धियां हासिल की हैं। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री के तौर पर इन्होंने पर्यावरण की रक्षा के लिए एक बड़े नागिरक अभियान 'ग्रीन गुड डीड्स' की शुरुआत की है।  बचपन से ही दक्षिणपंथी हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सदस्य रहे डॉ. हर्षवर्धन अपनी ईमानदार छवि के लिए देशभर की पसंद हैं। 

पेशे से नाक, कान और गले के रोगों के चिकित्सक डॉ हर्षवर्धन स्वास्थ्य मंत्री, कानून मंत्री और शिक्षा मंत्री सहित राज्य मंत्रिमंडल में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। आज जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से बुरी तरह जूझ रही है, ऐसे में WHO के चेयरमैन होने के नाते डॉ हर्षवर्धन से उम्मीदें और भी बढ़ गई है, सभी को आशा है कि वे देश के साथ ही दुनिया को इस संकट से उबारने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। 

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