जब किसी के पास ताकत आती है तो वह अपनी आप को तानाशाह समझने लगता है, उसे लगता है कि सब उसके अनुसार ही काम करें, वरना वह किसी के साथ कुछ भी कर सकने की क्षमता रखता है. दरिंदगी की एक दास्तान घटी झारखंड में, जहां एक 13 साल की नाबालिग बच्ची की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई, क्योंकि उसके परिवार ने एक महिला प्रत्याशी को वोट नहीं दिया था. कहा जाता है कि वोट देना निजी अधिकार है, बावजूद इसके वोटों की खरीदी होती है. पर किसी के वोट ना देने पर ऐसी घिनौनी हरकत की गई, जो मानवता को शर्मसार करने को काफी है. जानकारी के मुताबिक रांची के पाकुर जिले में एक परिवार की नाबालिग लड़की 8 जनवरी को लापता हो गई. लिट्टीपाड़ा पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशूदगी की रिपोर्ट लिखवाई गई, जिसके बाद जांच में जुटी पुलिस को बच्ची का शव अगले दिन जंगल से बरामद हुआ. उसके साथ चार दरिंदों ने हैवानियत करने के बाद हत्या कर दी थी. पुलिस तफ्तीश के बाद चार लोगों, प्रेमलाल हांस्दा, सैमुअल हांस्दा, कत्थी हांस्दा और शिशु हांस्दा को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तीन आरोपी भाई हैं. मालूम हो कि प्रेम लाल की पत्नी मुखिया पद के लिए पंचायत चुनाव हार गई, जिसका जिम्मेदार पीड़ित परिवार को ठहराते हुए, प्रेम लाल ने इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया. चारों ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि पहले उन्होंने बच्ची को अगवा किया, फिर गैंगरेप कर उसकी लाश को ब्लेवान के जंगल में फेंक दिया. 9 वर्षीय बेटी को पिता ने बनाया हवस का शिकार पाँच दिन बाद खाई में घायल मिला लापता युवक ह्त्या के बाद शव के साथ सेल्फ़ी लेने वाले को उम्रक़ैद