आज 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी के साथ ही 10 दिन का गणेशोत्‍सव आरम्भ हो गया है। इस के चलते बप्‍पा घर-घर में विराजेंगे, वहीं सार्वजनिक जगहों पर गणेश स्‍थापनाओं तथा गणेश मंदिरों की सजावट भी पूरी भव्‍यता लिए हुए होगी। इस अवसर पर हम भारत के उन लोकप्रिय तथा प्राचीन गणेश मंदिरों के बारे में जानते हैं, जिनमें एक बार दर्शन करने के लिए अवश्य जाना चाहिए। कहा जाता हैं कि यहां दर्शन करने से गणेश जी हर इच्छा पूरी कर देते हैं। इन मंदिरों की लोकप्रियता जानकर लोग देश-विदेश से यहां आते हैं। उज्जैन का चिंतामण गणेश मंदिर:- एमपी के उज्जैन नगर में बना चिंतामण गणेश मंदिर लगभग 1,100 वर्ष पुराना है। कहते हैं कि इस मंदिर में उपस्थित गणेश मूर्तियों की स्‍थापना भगवान राम, लक्ष्‍मण तथा देवी सीता ने की थी। इस मंदिर की मौजूदा संरचना होलकर वंश की महारानी अहिल्याबाई ने बनवाई थी। इस मंदिर की विशालता देखने लायक है। जयपुर का मोती डूंगरी गणेश मंदिर:- राजस्थान की राजधानी जयपुर का मोती डूंगरी गणेश मंदिर भी बहुत लोकप्रिय है। यहां की प्रतिमा 500 वर्ष से अधिक पुरानी है। इसे जयपुर के राजा माधौसिंह की रानी के पैतृक गांव से लाया गया था। यह मंदिर नए वाहनों की उपासना के लिए बहुत लोकप्रिय है। इंदौर का खजराना गणेश मंदिर:- मध्य प्रदेश को उसकी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक मंदिरों के लिए जाना जाता है। यहाँ आपको कई मंदिर मिलेंगे जो बहुत अहम है। इन्ही में शामिल है इंदौर का खजराना मंदिर। यह एक प्रसिद्ध मंदिर है जो भगवान गणेश को समर्पित है। खजराना का गणेश मंदिर अपने चमत्कारों के लिए भक्तों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। कहा जाता है यहाँ जो भक्त अपनी मनोकामना लेकर आता है वह जरूर पूरी होती है। वहीँ मन्नत पूरी होने के बाद भक्त जन भगवान गणेश की प्रतिमा की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक भी बनाते हैं और गणेश जी को मोदक और लड्डू का भोग लगाते हैं। मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर:- महाराष्ट्र के मुंबई शहर में बना सिद्धिविनायक मंदिर स्टार्स के बीच काफी मशहूर है। यहां फिल्‍म स्‍टार्स, देश के बड़े बिज़नेसमेन आए दिन अपनी मन्‍नत मांगने तथा उसके पूरे होने पर चढ़ावा चढ़ाने के लिए आते रहते हैं। यह मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों में भी सम्मिलित हैं। इस मंदिर में स्‍थापति गणेश मूर्ति लगभग 200 वर्ष पुरानी है। मंदिर के शिखर पर 3।5 किलो सोने का कलश लगा हुआ है। साथ ही मंदिर के भीतर दीवारों तक पर सोने की परत चढ़ाई गई है। पुणे का दगड़ू गणेश मंदिर:- महाराष्ट्र के पुणे शहर का दगड़ूसेठ हलवाई गणेश मंदिर भी 200 वर्ष पुराना है। यहां के कारोबारी दगड़ू सेठ हलवाई ने अपने बेटे की मृत्‍यु के पश्चात् गुरु माधवनाथ महाराज के कहने पर यह गणेश मंदिर बनवाया था। इस मंदिर में भी मन्‍नत मांगने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं। गणपति बप्पा को दूर्वा चढ़ाते समय रखे इन जरुरी नियमों का ध्यान जानिए अलग-अलग रंग के गणपति बप्पा के चमत्कार आज बन रहा 6 ग्रहों का दुर्लभ संयोग, इन लोगों पर बरसेगी गणेश जी की असीम कृपा