बेंगलुरु: विख्यात थिएटर कलाकार और सुप्रसिद्ध गायिका डॉ. सुभद्राम्मा मंसूर का बुधवार रात्रि को देहांत हो गया. उनके परिवार ने यह सूचना दी है. गायिका 81 साल की थी और उनकी फैमिली में दो बेटे और एक बेटी है. डॉ. मंसूर को प्रतिष्ठित कर्नाटक राज्योत्सव सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. उनके परिवार ने कहा कि डॉ. सुभद्राम्मा को बीते रात सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी जिसके बाद से उन्हें एक हॉस्पिटल में एडमिट कर दिया गया लेकिन इस दौरान रास्ते में ही उनका देहांत हो गया. उनके देहांत पर शोक जताते हुए सीएम बी एस येदियुरप्पा ने बोला कि डॉ. मंसूर ने पांच दशकों तक थिएटर दुनिया में अपना योगदान दिया है. उन्होंने एक विख्यात गायिका के तौर पर संगीत के प्रति उनके त्याग को भी याद किया है. बल्लारी की अनुभवी थिएटर कलाकार को पौराणिक कथाओं पर आधारित नाटकों में निभाए भूंमिका से पहचान मिली. इसके बाद उन्हें महाभारत के चरित्र द्रोपदी के स्मरणार्थ किरदार को जीवंत करने के लिए पॉपुलैरिटी मिली. डॉ. सुभद्राम्मा द्वारा निभाए हेमारेड्डी मलाम्मा की भूमिका ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है. डॉ. मंसूर को राज्योत्सव पुरस्कार, नाटक अकादमी और गुब्बी वीरन्ना पुरस्कार और श्रीकृष्ण देवराय विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि समेत कई पुरुस्कार से सम्मानित किया गया. MP के राज्यपाल लालजी टंडन की हालत नाज़ुक, ठीक से काम नहीं कर रहा गुर्दा-लीवर सड़क पर मस्ती से आराम फरमा रहा था टाइगर, जगह से नहीं उठा तो, लग गया लंबा ट्रैफ़िक जाम मध्यप्रदेश: सितंबर से खोले जा सकते हैं स्कूल लेकिन करना होगा इन 6 सख्त चरणों का पालन!