जम्मू: प्रख्यात लेखक तथा जम्मू-कश्मीर के कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी के पूर्व सचिव अज़ीज़ हाजिनी का शनिवार देर रात्रि यहां देहांत हो गया। वह 64 वर्ष के थे तथा कुछ वक़्त से बीमार चल रहे थे। पारिवारिक सूत्रों ने रविवार को यह खबर दी। उन्होंने कहा कि रविवार प्रातः हाजिनी कि अंत्येष्टि कर दी गई। उत्तरी कश्मीर के बांदीपुर जिले के सोनावारी के रहवासी हाजिनी जम्मू-कश्मीर के कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी के सचिव के अतिरिक्त कई अहम पदों पर रहे तथा उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं। वही हाजिनी के देहांत पर कई संगठनों, राजनीतिक दलों तथा नेताओं ने शोक जताया है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने एक ट्वीट में बताया कि चिकित्सक हाजिनी के देहांत से जम्मू-कश्मीर के साहित्यिक क्षेत्र में एक बड़ी रिक्तता उत्पन्न हो गई। उनकी आत्मा को शांति प्राप्त हो। वहीं पीपुल्स कांफ्रेंस ने शोक जताते हुए कहा कि अल्लाह उन्हें जन्नत नसीब करे। बता दे कि अजीज हाजिनी एक कश्मीरी लेखक, कवि, आलोचक तथा संयोजक हैं। उन्होंने जम्मू और कश्मीर कला, संस्कृति तथा भाषा अकादमी के पहले सचिव के तौर पर कार्य किया। उन्होंने कश्मीरी भाषा, कविता तथा आलोचना समेत बीस से अधिक किताबें लिखीं। उनका जन्म 1957 में श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर के हजिन क्षेत्र में अब्दुल अजीज पार्रे के तौर पर हुआ था। उन्होंने अपना स्कूली अध्ययन भी हजिन से ही किया, तथा बाद में श्रीनगर शहर चले गए जहां से उन्होंने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, बेमिना से स्नातक किया। तत्पश्चात, उन्होंने कश्मीर विश्वविद्यालय से कश्मीरी भाषा में ऑनर्स डिग्री हासिल की। श्रीनगर में आतंकियों ने पुलिस पर किया हमला, इंस्पेक्टर को लगी की गोलियां घुटनों के बल बैठकर पवनदीप ने किया अपने प्यार का इजहार, शर्म से लाल हुई अरुणिता गौशाला में उपद्रवियों ने लगाई आग... तड़प-तड़पकर मर गई 3 गर्भवती गाय