नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि यदि प्रतिबंधित किए गए संस्थानों के लोग हमारे आसपास दिखाई दे रहे हैं तो सेंट्रल इंटेलिजेंस को उन्हें पकड़कर जेल में डालना चाहिए. हमें अपने आंदोलनकर्ताओं के बीच ऐसा कोई शख्स नज़र नहीं आ रहा है. यदि हमें ऐसा कोई मिला तो हम उन्हें बाहर निकाल देंगे. दरअसल, खुफिया सूत्रों के मुताबिक, किसान आंदोलन से संबंधित एक रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि अल्ट्रा-लेफ्ट नेताओं और प्रो-लेफ्ट विंग के चरमपंथी तत्वों ने किसानों के आंदोलन पर कब्ज़ा कर लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस बात के विश्वसनीय खुफिया इनपुट हैं कि ये तत्व किसानों को हिंसा, आगजनी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए भड़काने की योजना बना रहे हैं. इन्ही ख़बरों पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने बयान दिया है . इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस बात के प्रमाण मिले हैं कि टुकड़े-टुकड़े गैंग किसान आंदोलन को हाईजैक करने में लगा है. यह एक भयावह तरीका है. केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि शायद इन्हीं लोगों की वजह से बातचीत फेल हो रही है. ये लोग राष्ट्र की संप्रभुता के लिए नुकसानदायक हैं. किसानों के हित में है कृषि कानून: नितिन गडकरी अमेरिकी सीनेट ने दिया एक हफ्ते का स्टॉपगैप फंडिंग बिल किसान आंदोलन के मद्देनज़र यूपी प्रसाशन सतर्क, सभी टोल प्लाजा पर सुरक्षा बढ़ाई