कानपुर: जिले के घाटमपुर के साढ़ चौकी क्षेत्र के गांव कोरथा में एक किसान का शव खेत में लगे पेड़ में फांसी के फंदे से लटका मिला, पूछताछ करने पर मृतक के परिजनों ने बताया कि बैंक के कर्ज से परेशान होकर किसान ने खुदकशी की है. गांव कोरथा निवासी अतर सिंह यादव (45) के पास स्थानीय नदी के किनारे करीब चार बीघा असिंचित भूमि है, परिजनों ने बताया कि खेत में ज्वार व बाजरा की फसल की बुवाई की गई है. नेशनल हेराल्ड मामला: किसके कब्ज़े में रहेगा परिसर, आज सुनवाई करेगा दिल्ली हाई कोर्ट अमर सिंह ने वर्ष 2016 में बैंक आफ बड़ौदा भीतरगांव शाखा से किसान क्रेडिट कार्ड से करीब एक लाख रुपये लोन लेकर बड़ी पुत्री स्वाती का विवाह किया था, दूसरी पुत्री आराधना भी शादी लायक हो गई है, जबकि तीसरी कोमल की उम्र 15 वर्ष एवं पुत्र अंकुर की 10 वर्ष है. परिजनों के मुताबिक कर्ज अदायगी को लेकर अतरसिंह अक्सर परेशान रहते थे, इसी के चलते उन्होंने ख़ुदकुशी कर ली. सुबह खेत जाने पर उनके भाई ने शव देख परिजनों को सूचना दी, वहीं गांव के कुछ लोगों का कहना है कि पत्नी से विवाद के चलते उन्होंने ये कदम उठाया है. नोएडा: जेवर एयरपोर्ट के लिए सारी कागजी कार्यवाही पूरी, जल्द किया जाएगा शिलान्यास उधर, बैंक आफ बड़ौदा भीतरगांव शाखा के कार्यवाहक प्रबंधक प्रमोद चौधरी ने बताया कि अतरसिंह ने 1.03 लाख रुपये ऋण लिया था, ऋण मोचन योजना के तहत उनका लोन माफ भी कर दिया गया था. 13 मार्च 2018 को उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड से 1.45 लाख रुपये का दोबारा लोन लिया, जिसकी अदायगी के लिए बैंक की ओर से उन्हें अभी तक कोई नोटिस नहीं जारी किया गया है, प्रभारी निरीक्षक रवी श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के भाई धीरू की ओर से साढ़ चौकी में दिए गए बयान में आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है. खबरें और भी:- आज सरकार ने इतने कम किये पेट्रोल-डीजल के भाव एक साथ 70 देशों के प्रमुखों और उच्चाधिकारियों ने किया ताज का दीदार महंगाई की मार : 4 महीने के उच्चतम स्तर पंहुचा थोक महंगाई दर