देवास : मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के थमने के बाद भी आत्महत्या का सिलसिला नहीं थम रहा है. हाल ही में प्रदेश में फिर चार किसानो द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. प्रदेश के देवास जिले की टोंकखुर्द तहसील के ग्राम सेकली निवासी एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. किसान द्वारा आत्महत्या करने का कारण कर्ज माना जा रहा है. मनोहर सिंह पिता विक्रमसिंह सेंधव (50) ने रविवार दोपहर को उसने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी अपनी जान दे दी. इसके अलावा इंदौर के धार रोड पर स्थित कलारिया के धरनावदा गांव में एक किसान ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली, वहीं बालाघाट में भी एक किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. इनके अलावा झाबुआ जिले के पारा चौकी क्षेत्र के पीथनपुर में भी एक आदिवासी किसान जहु ने आत्महत्या कर ली. दरअसल उसके पास अपने बेटे के ससुराल वालों को दहेज देने के पैसे नहीं थे, जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली. बता दे कि आदिवासी समाज में शादी के बाद लड़के का परिवार लड़की के परिवार को दहेज देता है. कर्जमाफी के लिए, शिवसेना ने की देवेंद्र फडणवीस सरकार की सराहना महाराष्ट्र सरकार ने किया किसानों का 1.5 लाख का कर्ज माफ़ किसानों की पीड़ा के बीच एमपी के मंत्री ने बेचे 'ट्यूबलाइट' के टिकट नहीं हुई प्याज की खरीदी तो लगाया स्टेट हाईवे पर घंटों जाम