इंदौर/ब्यूरो। छावनी अनाज मंडी में मंडी कर्मचारियों और व्यापारियों की मिलीभगत से किसानों के साथ ठगी की जा रही है । जिस भाव में मंडी कर्मचारियों द्वारा किसान का अनाज नीलाम किया जाता है, उससे कम की चिट्ठी देकर चिट्ठी के हिसाब से भुगतान किया जाता है। इस तरह से किसान को अपने अनाज का नीलामी का मूल्य भी नहीं मिल रहा है । हाल ही में यह मामला तब प्रकाश में आया जब संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक राम स्वरूप मंत्री को पीड़ित किसानों ने आप बीती सुनाई। किसानों ने मंडी सचिव को भी इस बारे में नामजद लिखित शिकायत की है ,लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसी ही ठगी भाजपा विधायक के भतीजे अभिषेक हार्डिया के साथ भी हुई है । वे अपना सोयाबीन बेचने के लिए छावनी अनाज मंडी में आए थे, 4 दिन पूर्व उनका सोयाबीन 4370 रुपए के भाव में नीलाम हुआ । सुनील नामक कर्मचारी ने नीलामी की थी बाद में उसे 4270 रुपये प्रति क्विंटल की चिट्ठी दी गई और उसी हिसाब से भुगतान किया गया । इस पर अभिषेक हार्डिया ने एतराज जताया तो कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर उसने मंडी सचिव को पूरे घटना का विवरण देते हुए लिखित शिकायत की। शिकायत को भी 4 दिन से ज्यादा समय हो गया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है । लिखित शिकायत में जिन लोगों के सामने नीलामी हुई थी उनके नाम भी मंडी सचिव को दिए गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने बताया कि इस तरह की घटनाएं आए दिन होती है । कई किसानों ने इस बात की ताकीद की है कि अक्सर किसानों से इस तरह ठगी की जाती है और जब कोई किसान आपत्ति लेता है तो उसके अनाज में नमी या मिट्टी आदि बता कर भाव कम करने का कारण बता दिया जाता है । संयुक्त किसान मोर्चा ने इस संबंध में मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक को भी लिखित शिकायत भेजी है तथा नीलामी और बाद में कम भाव की पर्ची बनाकर किसानों के साथ की जा रही ठगी को रोकने की मांग की है । साथ ही दोषी मंडी कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। पशुहानि होने पर मुआवज़ा देगी यूपी सरकार, सीएम योगी ने जिलाधिकारियों को दिए आदेश 'मेरे प्राइवेट पार्ट के साथ...', शाहरुख खान के खिलाफ रोते-रोते बोली 8 वर्षीय मासूम अपने गानों से हर किसी को दीवाना बना लेते है निक