महाराष्ट्र में कर्जमाफी और अन्य मांगों को लेकर किसानों ने की हड़ताल, हजारों लीटर दूध सड़कों पर बहा

मुंबई : महाराष्ट्र राज्य के किसानों को कर्जमाफी पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आश्वासन न मिलने के बाद और उनकी विभिन्न मांगों के पूरा न किए जाने को लेकर किसानों ने हड़ताल कर दी है। किसानों की हड़ताल का प्रमुख स्थल अहमदनगर बन गया है। उनकी हड़ताल आज से प्रारंभ हुई है। इस दौरान किसानों ने निर्णय लिया है कि वे दूध, सब्जी को बाजार में नहीं आने देंगे। किसानों ने मांग की है कि खेती के लिए बगैर इंटरेस्ट कर्ज मिले। 60 साल के किसानों के लिए पेंशन स्कीम लागू करें। ग्राम सभा द्वारा हड़ताल का प्रस्ताव पास किया गया था।

इतना ही नहीं किसानों को हड़ताल हेतु एकजुट किए जाने का प्रयास प्रारंभ किया गया था। किसान क्रांति जन आंदोलन के सदस्य धनंजय जाधव ने इस मामले में कहा कि किसान हड़ताल के दौरान बाजार में नहीं जाऐंगे। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर आंदोलन पर हैं। किसानों की हड़ताल में कृषि उत्पादों को मार्केट रीच से दूर रखेंगे। आज प्रारंभ हुई हड़ताल के दौरान किसान बंद के आह्वान को लेकर सुबह से ही सक्रिय रहे। इस दौरान जो लोग माल ढुलाई करने जा रहे थे, उनका माल सड़कों पर ढोल दिया गया। यवला में तो एक मिनी ट्रक में आग लगा दी गई।

जी हां, ऐसे ही मामले मुंबई व सतारा में सामने आए हैं यहां पर दूध की आपूर्ति करने वाले टैकर्स को रोका गया और हजारों लीटर दूध को बहा दिया गया। मामले में हंगामा होने लगा तो पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर स्थिति नियंत्रित की। किसान क्रांति जन आंदोलन कोर कमेटी के सदस्य धनंजय जाधव ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किसानों से चर्चा की थी। उन्होंने कर्जमाफी को लेकर कुछ समय मांगा और एक माह में परेशानी हल करने की बात कही लेकिन सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वे पक्का वादा नहीं कर पाऐंगे।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेकर किसानों ने विरोध किया और अपनी मांगे न मानी जाने पर प्रदर्शन किया। किसानों का आंदोलन समूचे महाराष्ट्र में हो रहा है। किसानों ने सरकार के पास जाने से इन्कार किया है। किसानों ने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिली है कि कृषिमंत्री पांडुरंग फुंडकर ने किसानों को चर्चा हेतु फिर निमंत्रित किया है।

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