सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव फरमाणा में एक रहस्यमयी घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। किसान हरिकिशन के घर में निरंतर हो रही आग की घटनाएं गांव और आसपास के इलाकों में चर्चा का केंद्र बन गई हैं। लोग इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आखिर ये घटनाएं क्यों और कैसे हो रही हैं। लगभग 8 दिन पहले, किसान हरिकिशन के घर की अलमारी में पहली बार आग लगी थी। इस आग से अलमारी में रखे चांदी के आभूषण पिघल गए। यह घटना इतनी अप्रत्याशित थी कि परिवार को कुछ समझ नहीं आया। हालांकि, यह घटना बस शुरुआत थी। इसके बाद से अब तक घर के अलग-अलग हिस्सों में करीब 22 बार आग लग चुकी है। इन घटनाओं में कपड़े, फर्नीचर एवं अन्य घरेलू सामान जलकर राख हो चुके हैं। निरंतर हो रही आग की इन रहस्यमयी घटनाओं ने पूरे परिवार को डरा दिया है। परिवार का कहना है कि अब वे घर में अकेले रहने से भी डरते हैं। रात में बच्चे सोते हैं, लेकिन परिवार के बड़े सदस्य जागते रहते हैं जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। गांव के लोग भी इन घटनाओं से घबराए हुए हैं। ग्रामीणों ने घर की सुरक्षा के लिए पहरा देना आरम्भ कर दिया है, मगर इसके बावजूद आग लगने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। इस डर की वजह से लोग अब हरिकिशन के परिवार से दूरी बनाने लगे हैं। परिवार की आठ भैंसों में से केवल दो दूध दे रही हैं, मगर ग्रामीणों ने डर के कारण दूध खरीदना बंद कर दिया है। इस रहस्यमयी घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की बातें हो रही हैं। कुछ लोग इसे अंधविश्वास से जोड़ते हुए इसे किसी बुरी शक्ति का प्रभाव मान रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इसे प्राकृतिक या वैज्ञानिक कारणों से जोड़कर इसकी जांच की मांग कर रहे हैं। परिवार का कहना है कि उन्हें इस घटना के पीछे का कारण नहीं पता, किन्तु उन्होंने पुलिस से फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम बुलाकर जांच कराने की अपील की है। परिवार और ग्रामीण चाहते हैं कि इस रहस्यमयी आग के पीछे के असली कारण का जल्द से जल्द पता लगाया जाए, जिससे सभी की परेशानी खत्म हो सके। घटना की खबर पूरे इलाके में फैल चुकी है। आस-पास के गांवों से भी लोग इस घटना को देखने के लिए हरिकिशन के घर पहुंच रहे हैं। लोग न सिर्फ आग की घटनाओं को देखना चाहते हैं, बल्कि इसके पीछे का रहस्य भी समझने का प्रयास कर रहे हैं। निरंतर हो रही आग की घटनाओं ने हरिकिशन के परिवार को आर्थिक तौर पर भी प्रभावित किया है। परिवार का मुख्य स्रोत भैंसों का दूध बेचना है, मगर इन घटनाओं के पश्चात् दूध खरीदने वाले ग्रामीणों की संख्या में भारी कमी आ गई है। इसके अतिरिक्त, बार-बार आग लगने से घर का कीमती सामान नष्ट हो चुका है, जिससे परिवार को और अधिक नुकसान झेलना पड़ा है। चक्रवात फेंगल का कहर! इन राज्यों के लिए जारी हुआ भारी बारिश का अलर्ट महिला सिपाही अमरीन को बीच सड़क पर लातें मारी, गंदी नियत से छुआ, FIR दर्ज 'मंदिर अब अस्तित्व में नहीं, उसकी जगह मस्जिद..', संभल विवाद पर क्या बोले सरकारी दस्तावेज़?