नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला अपने विवादित बयान से सुर्ख़ियों में आ गए हैं. सोमवार को फारुख अब्दुल्ला ने मंदिर बनाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राम सर्वव्याप्त हैं और पूरी दुनिया के भगवान हैं तो मंदिर का निर्माण अयोध्या में ही निर्माण क्यों होना चाहिए. SBI के उपभोगता हो जाएं सावधान, 1 दिसंबर से बंद हो जाएंगी यह जरूरी सर्विसेस फारुख अब्दुल्ला कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की किताब 'फेब्लस आफ फ्रेक्चरर्ड टाइम्स' के लॉन्चिंग में शामिल हुए थे, इसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं. वहीं जेडीयू नेता पवन वर्मा ने फारुख अब्दुल्ला के इस बात पर विरोध जताते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण क्यों नहीं किया जाना चाहिए. वर्मा ने कहा कि अगर हिंदू वहां मंदिर बनाना चाहते हैं तो वहां मंदिर जरूर बनना चाहिए. वर्मा ने कहा कि सवाल ये नहीं है कि मंदिर बनना चाहिए या नहीं, सवाल ये हैं कि मंदिर कैसे बनेगा, हिंसा से या फिर आपकी सहमति से या अदालत के आदेश से. वर्मा के इस बात पर अब्दुल्ला ने उनपर सवाल दागते हुए कहा कि क्या वे इस मामले में कोर्ट का आदेश का पालन करेंगे. देश के राजस्व के लिए खतरा, वर्ष 2019 में 3.5 फीसदी तक पहुंच सकता है राजकोषीय घाटा अब्दुल्ला यहीं नहीं रूके उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बहाने कांग्रेस पर भी निशाना साधा, उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वाजपेयी को उनके अच्छे स्वास्थ्य के समय ही भारत रत्न प्रदान कर देना चाहिए था. इसके साथ-साथ उन्होने कहा कि कांग्रेस को अपने क्षेत्रीय नेताओं को आगे लाने की आवश्यकता है. ऐसा नहीं करने से पार्टी को समस्याएं आ रही है. खबरें और भी:- सरकारी बैंकों के लिए खुशखबरी, सरकार देगी 42 हजार करोड़ रुपये शेयर बाजार : मामूली उतार-चढ़ाव के साथ खुला बाजार, जानिए आज के आकड़ें रेलवे ने रद्द की आज की 114 ट्रेनें, यात्रियों को हो सकती है परेशानी