श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में पत्थर मारने वाले बच्चे देश के लिए लड़ रहे हैं. फारुख ने भारत-पाक के रिश्तों पर कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान मिलकर इस मुद्दे को नहीं सुलझा पा रहे हैं, तो अमेरिका को बीच में आकर समझौता करना चाहिए. वहीं AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी फारुक की बात को खारिज करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान का मसला दो देशों का मुद्दा है, इसमें किसी तीसरे की जरुरत नहीं है. गौरतलब है कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने विवादित बयान देते हुए कहा कि कश्मीर में जो बच्चे पत्थर मारते हैं, उनका राज्य के पर्यटन से कोई लेना-देना नहीं है वह अपने देश के लिए लड़ रहे हैं. यही नहीं फारुख ने भारत-पाक के रिश्तों पर कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान मिलकर इस मुद्दे को नहीं सुलझा पा रहे हैं, तो अमेरिका को बीच में आकर समझौता करना चाहिए. यह किसी पार्टी में लड़ाई नहीं है बल्कि सांप्रदायिकता के खिलाफ एक जंग है. वहीं AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी फारुक की बात से सहमत नहीं हैं. औवेसी ने कहा कि फारुख साहब को चुनाव लड़ना है इसलिए इस तरह की बातें कर रहे हैं, औवेसी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान का मसला दो देशों का मुद्दा है, इसमें किसी तीसरे की जरुरत नहीं है. वहीं फारुख के इस बयान से राजनीति गर्मा गई है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही परेशान फारुख से यह उम्मीद नहीं थी. चुनाव के दवाब में अलगाववादियों की भाषा बोल रहे हैं. शायद वो भूल गए हैं कि वह वर्षों तक सरकार का हिस्सा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि वह अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग कर रहे हैं, जबकि शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि फारुख अब्दुल्ला कौन हैं, उनकी बात कौन मानेगा. उन्होंने कहा कि कश्मीर में आज जो भी हो रहा है उसके लिए उनका और नेहरू परिवार जिम्मेदार हैं. उधर केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने फारुख अब्दुल्ला के बयान पर कहा कि हम इस बयान को कभी स्वीकार नहीं कर सकते, उनका यह बयान ही गलत है. यह भी देखें हुआ चमत्कार, कोमा से जाग उठा चीता, अस्पताल से जल्द होंगे डिस्चार्ज जम्मू कश्मीर से हटाए जाऐंगे रोहिंग्या मुसलमान