श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा प्रदेश की क्षेत्रीय पार्टियों पर लगाए गए अलगाववाद को बढ़ावा देने के आरोपों को गुरुवार को खारिज करते हुए कहा कि हमारी पार्टी ने कुर्बानियां दी है और पिछले 35 सालों में पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता आतंकवाद के चलते मारे गए हैं. पूर्व सीएम ने पांच पन्नों का बयान जारी करते हुए कहा है कि, ‘मैं बंदूक और पत्थर के बारे में शाह की तरफ से कही गई कुछ बातों से विचलित नहीं होना चाहता हूं. बीते 35 वर्षों में मेरे सहयोगियों ने कुर्बानी दी हैं. कई नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और कार्यकर्ता इन बंदूकों से मारे गए, जिन्हें बांटने का इल्जाम अमित शाह जी हम पर लगा रहे हैं और यह इस आरोप का जवाब है.’ दरअसल, कश्मीर घाटी के बारामूला में बुधवार (5 अक्टूबर) को आयोजित की गई रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि लोगों के सामने दो मॉडल का विकल्प है… पहला पीएम मोदी का मॉडल, जिसमें विकास, शांति और एकता, रोजगार बढ़ाने की बात होती है और दूसरा गुपकार मॉडल है, जिसने पुलवामा अटैक होने दिया. अमित शाह ने कहा था कि गुपकार मॉडल पाकिस्तानी आतंकियों को लेकर आता है, जबकि मोदी मॉडल 56,000 करोड़ रुपये का निवेश लाता है, जिससे पांच लाख रोजगार पैदा होगा. गृह मंत्री ने कहा था कि, ‘गुपकार मॉडल में युवाओं के हाथों में पत्थर और मशीनगन मिलती हैं जबकि मोदी मॉडल में युवाओं को IIT, AIIMS, NEFT और NEET मिलता है.’ अमित शाह द्वारा बारामूला की रैली में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने उनके और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला के शासन के दौरान जम्मू-कश्मीर में हुए विकास कार्यों का लेखाजोखा पेश किया है.