छतरपुर: मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के चंदला थाना इलाके में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। ग्रामीणों ने प्रेमिका को लेकर भागे बेटे के पिता को तालिबानी सजा दी। लड़के के पिता के हाथ पैर में जंजीर पहनकर नीम के पेड़ से बांध दिया। और फिर दो दिनों तक उसकी पिटाई की। दो दिन पश्चात् जब पीड़ित अपनी पत्नी सावित्री के साथ घर गया तो स्वयं को कमरे में बंद कर लिया। जिसके बाद बेटे के बाप ने फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली। मिल रही खबर के मुताबिक, जिले के चंदला थाना क्षेत्र के बछोंन चौकी अंतर्गत पंचमपुर गांव में रहने वाले उधा अहिरवार एवं सावित्री अहिरवार का बेटा पीरा गांव की रहने वाली सजातीय लड़की को लेकर भाग गया। तत्पश्चात, लड़की पक्ष के लोगों ने उधा अहिरवार को बुला कर एक पंचायत बुलाई। जिसमे उससे यह कहा की वह कहीं से भी अपने बेटे और लड़की को तलाश कर लाए नहीं तो उसे बंधक बना लिया जाएगा। उधा अहिरवार एवं उनकी पत्नी ने जब अपने बेटे के बारे में खबर न होने की बात बताई तो लड़की पक्ष के लोगों ने उधा अहिरवार के हाथ पैर बांध कर नीम के पेड़ से बांध दिया एवं 2 दिनों तक उसे इसी प्रकार बांध कर मारपीट करते रहे। उधा की पत्नी सावित्री ने बताया कि उसके पति को लड़की पक्ष के लोग दो दिनों तक पेड़ से बांधकर मारपीट करते रहे। 2 दिनों पश्चात् जब मामला फैला तो उन्होंने छोड़ दिया इस बीच हम लोग कई बार पुलिस को फोन लगाते रहे मगर पुलिस नही आई। सावित्री ने बताया कि बंधन से मुक्त होकर जब वह अपने पति को घर लेकर आई तो कुछ देर तक सब कुछ ठीक रहा मगर जब शौच करने के लिए जंगल गई तथा लौट कर आई तो उसने देखा कि उसका पति फांसी के फंदे पर लटका है। मृतक की बीव सावित्री ने बताया, उसके पति की हत्या की गई है। जब वह घर लौट कर तो लड़की पक्ष के कुछ लोग पीछे पीछे आ गए थे तथा जब वह शौच के लिए गई तो उन्होंने मेरे पति का क़त्ल कर दिया तथा फांसी के फंदे पर लटका दिया। वही अब पुलिस द्वारा मामले की जाँच की जा रही है। संसद के पूरे-पूरे सत्रों से 'गायब' रहते हैं राहुल गांधी, फिर कहते हैं- मुझे बोलने नहीं देते ! 'पहले लिखकर दो रास्ते में गोली नहीं मारोगे', एनकाउंटर के खौफ में पुलिस से बोला आरोपी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दर्दनाक सड़क हादसा, दो कारों की टक्कर में 5 की मौतम कई घायल