हिन्दू धर्म में दान को महत्वपूर्ण माना गया है दान करने से व्यक्ति की बहुत सी समस्या का अंत होता है पुराणों के अनुसार अलग- अलग वस्तुओं के दान से अलग- अलग फल की प्राप्ति होती है. अभी पितृ पक्ष चल रहा है और शास्त्रों के अनुसार पितृ पक्ष में किया गया दान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है ऐसी मान्यता है की पितृपक्ष में दान करने से पितरों की आत्मा को शान्ति मिलती है तथा पितृ दोष समाप्त हो जाता है. तो आइये जानते है पितृपक्ष में कौन सा दान करने से क्या फल मिलता है. गुड़ दान यदि व्यक्ति गुड़ का दान करता है तो उसे उसके पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उसके घर से कलह एवं दरिद्रता का नाश होता है तथा सुख सम्रद्धि आती है. गौ दान शास्त्रों में गौ दान को सभी दानों में श्रेष्ठ माना गया है किन्तु यदि पितृपक्ष में गौ दान किया जाता है तो यह दान व्यक्ति को सुख संपत्ति देने वाला होता है. घी दान पितृ पक्ष के समय किया गया गाय के घी का दान शुभ एवं मंगलकारी होता है. अन्न दान अन्न दान जेसे गेहूं चावल आदि को किसी संकल्प के साथ किया जाय तो यह दान व्यक्ति की सभी मनोकामना को पूरा करता है. भूमि दान यदि आप भूमि दान करने में सक्षम है तो पितृपक्ष में किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को भूमि दान करने से आपको वैभव एवं संतान लाभ होता है किन्तु यदि आप सक्षम नहीं है तो किसी पात्र में मिटटी के कुछ ढेले रखकर इसका दान किसी ब्राम्हण को कर सकते है. सोने का दान सोने का दान आपके जीवन से कलह का नाश करता है. चांदी का दान चांदी का दान करने से व्यक्ति को उनके पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. तिल का दान तिल का महत्व पितृपक्ष में अधिक होता है क्योकि श्राद्ध के सभी कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है इसी प्रकार श्राद्ध में काले तिल का दान करना संकट , विपदाओं से व्यक्ति की रक्षा करता है. नमक दान यदि आपको अपने पितरों को प्रसन्न करना है तो आप नमक का दान कीजिये इससे आपके पितृ प्रसन्न होते है. आईना देखना मतलब मुसीबत को गले लगाना घर का दरवाजा, शुभ या अशुभ अंगूठा सीधा है तो सावधान सुबह उठते ही से इन सब का दिख जाना मतलब होता है शुभ संकेत