लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मंगलवार (13 जून) को घनी आबादी के बीच गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा किया गया बारूद का जखीरा बड़े हादसे की वजह बन गया। बीच शहर बारूद के गोदाम में धमाका होने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से अधिक लोग बुरी तरह घायल हो गए। मृतकों में छह महीने का एक मासूम भी शामिल था। वह धमाके से लगभग 500 मीटर की दूरी पर अपने पिता की गोद में था। लेकिन, ब्लास्ट के कारण इधर-उधर छिटकी ईंटों में से एक की चपेट में वह आ गया। रिपोर्ट के अनुसार, केवल गुन्नौर में ही नहीं बल्कि संभल और चन्दौसी शहर में भी घनी आबादी के बीच संकरे रास्तों पर आतिशबाजी की दुकानों और घरों में गैर कानूनी तरीके से गोदामों का संचालन हो रहा है। कोई वारदात होती है, तब पुलिस प्रशासन जागता है। छापेमारी कर सामग्री जब्त कर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है। मंगलवार को हुआ धमाका इतना तेज था कि आसपास के तीन मकान भी ध्वस्त हो गए। जबकि दस से ज्यादा मकानों में दरारें पड़ गईं। इन धमाकों से पूरा इलाका दहल उठा और लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। सूचना मिलने के बाद चार थानों की फोर्स के साथ जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और बचाव व राहत कार्य शुरू किया। देर रात तक मलबे के नीचे दबे 13 लोगों को रेस्क्यू किया गया। जिनमें से छह महीने के मासूम सहित चार लोगों की जान चली गई, जबकि नौ घायलों को अस्पताल में एडमिट कराया गया। इस मामले में गोदाम मालिक साबिर अली के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। 16 जून को नितीश कुमार का कैबिनेट विस्तार! कांग्रेस के विधायकों को मिल सकता है मंत्री पद चिलचिलाती गर्मी से मिलेगी राहत! दिल्ली से बिहार तक मौसम विभाग ने जताया ये अनुमान मनी लॉन्डरिंग मामले में मंत्री सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी पर राजनीति शुरू, खड़गे बोले- हम झुकेंगे नहीं