भारत की मेज़बानी में चल रहे फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप पर अब भारत की टीम पर बड़ा ही प्रेशर नज़र आ रहा है. यदि भारत को इस प्रतियोगिता में बने रहना है तो उसको घाना से होने वाले मुक़ाबले में जीतना होगा. यह फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के ग्रुप ए का यह आखिरी मैच होगा. इंडिया टीम को यदि आखिरी -16 में जगह बनानी है तो उससे घाना को एक बड़े अंतर से हराना होगा. लगातार दो हार का सामना कर रही भारतीय टीम घाना के खिलाफ होने वाले मैच पर आ कर ठहरी हैं. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए पिछले मुकाबलों में भारत की पहली हार अमेरिका से 3-0 और दूसरी कोलंबिया से 2-1 दर्ज की गयी. भारत को घाना को बड़े अंतर से हराने के बावजूद इस बात की उम्मीद करनी होगी अमेरिका भी कोलंबिया को बड़े अंतर से हराए, क्यूंकि अगर दोनों टीमें बराबर अंकों पर अपने मैचों की समाप्ति करती हैं, तो गोल को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा. कोच माटोस के मार्गदर्शन पर खेल रही टीम इंडिया ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीता है और जैक्सन के परफॉरमेंस को देश भूल नहीं पायेगा. भारतीय कोच माटोस ने कहा, "हमें जीत से कम कुछ नहीं चाहिए और टीम इंडिया के इस प्रदर्शन ने ज़ाहिर कर दिया कि हम जीत भी सकते हैं. घाना से हमें शारीरिक चुनौती एवं मानसिक चुनौती मिलेगी जिसके लिए हमें मैच के दौरान हर समय तैयार रहना होगा क्यूंकि विरोधी टीम मानसिक तौर पर भी काफी मज़बूत है". घाना हमेशा से ही अपने तेज फुटबाल खेलने के लिए जाना जाता है. क्यूंकि घाना के पास सादिक इब्राहिम और अमिनु मोहम्मद जैसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकते है. इन सबको कांटे की टक्कर देने के लिए बोरिस सिंह, नमित देशपांडे, अनवर अली और संजीव स्टालिन को बड़ा ही सचेत रहना पड़ेगा. गोलकीपर धीरज सिंह, जैक्सन और अमरजीत की मिडफील्ड पर भी बहुत कुछ निर्भर करता है. पाकिस्तान पर फीफा का बैन फीफा U-17 वर्ल्ड कप: ब्राज़ील पहुंची नाकआउट राउंड में फीफा वर्ल्ड कप से जुड़ी ये बातें आप बिलकुल नहीं जानते होंगे न्यूज़ ट्रैक पर हम आपके लिए लाये है ताज़ा खेल समाचार आपके पसंदीदा खिलाडी के बारे में