नई दिल्ली : आम बजट पेश होने के बाद केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आरबीआई बोर्ड की बैठक में हिस्सा लिया। इसमें कई मुद्दों पर बात की गई। बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, 'बैंकों की ओर से दरों में कटौती महत्वपूर्ण है। बैंक प्रमुखों के साथ इस मुद्दों पर बातचीत करेंगे। गेंद अब बैंकों के खाते में है। उन्हें 1 जनवरी 2019 को घोषित किए गए एमएसएमई पैकेज के नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुसार पात्र एमएसएमई के कर्ज का कार्यान्वयन और पुनर्गठन करना है। अंतराष्ट्रीय बाजार में आज भी डॉलर के मुकाबले कमजोरी के साथ खुला रुपया जेटली ने भी किया बैठक को सम्बोधित सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक को संबोधित करने के बाद अरुण जेटली ने कहा, 'भारत को कम और बड़े बैंकों की जरूरत, जो वित्तीय तौर पर मजबूत हों। साल दर साल, पिछले 5 वर्षों का हमारा अनुभव यह रहा है कि जहां तक राजस्व का संबंध है, इसमें समुचित वृद्धि हुई है। मुझे लगता है कि भारत को कुछ और मेगाबैंक की जरुरत है। सप्ताह के पहले दिन गिरावट के साथ हुई बाजार की शुरुआत जानकारी के लिए बता पिछले कुछ दिनों पहले इलाज के लिए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली विदेश गए हुए थे. जिसके बाद उनके जगह पर रेल मंत्री पियूष गोयल ने आम बजट पेश किया था. परन्तु अब जेटली अपना इलाज करवाकर वापस स्वदेश लौट आये है. और वही उन्होंने आज आरबीआई बोर्ड की बैठक में हिस्सा भी लिया है. सोने में बढ़त तो चाँदी में नजर आयी स्थिरता अर्थव्यवस्था को लेकर मनमोहन सिंह ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना प्रयागराज से नागपुर जा रही बस पुलिया से गिरी, 3 की मौत कई घायल