नई दिल्ली: कोरोना महामारी और लॉकडाउन से बिगड़ी इकॉनमी को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज कई में कई सेक्टर्स को राहत दी है. किन्तु वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर आरोप लगा कि उन्होंने संकट का सामने कर रहे लोगों को नकदी के रूप में कुछ भी नहीं दिया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि नकद राशि देना सिर्फ उदारतापूर्ण है, किन्तु हमने कई सेक्टर्स से आए विभिन्न विकल्पों और सुझावों पर विचार किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समाचार एजेंसी ANI से खास बातचीत में कहा कि हमने प्रधानमंत्री कल्याण योजना के तहत लोगों को प्रत्यक्ष मदद प्रदान की है, जिसमें लोगों को 5 महीने के लिए निःशुल्क घरेलू गैस और निःशुल्क भोजन दिया जा रहा है. वित्त मंत्री सीतारमण ने प्रवासी मजदूरों के सम्बन्ध में कहा कि केंद्र सरकार ने आश्रय गृह, चिकित्सा सहायता और भोजन के लिए आर्थिक मदद प्रदान की है. उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को लाने को लेकर राज्य सरकार और कांग्रेस के बीच जमकर हो रही सियासत पर सीतारमण ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को सोचना चाहिए, जब उत्तर प्रदेश में 300 से अधिक ट्रेनें आ रही हैं, तो केवल छत्तीसगढ़ में 5 क्यों चल रही है. उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक कारण के लिए महज सियासी ड्रामा है. मोदी सरकार के राहत पैकेज पर RBI निदेशक ने उठाए सवाल, कही ये बात इमरान खान का बेतुका बयान, भारत कभी भी कर सकता है पाकिस्तान पर हमला शेयरचैट ने दिया बड़ा झटका, 101 कर्मचारीयों को कंपनी से किया बाहर