वाशिंगटन: फ्रांस की राजधानी पेरिस में आज FATF की बैठक में पाकिस्तान के भविष्य पर निर्णय होना है। FATF की इकाई एशिया पैसिफिक ग्रुप की रिपोर्ट में पाकिस्तान आतंकी फंडिंग को रोकने में नाकाम साबित हुआ है। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। पाकिस्तान को गत वर्ष जून में पेरिस में हुई FATF की बैठक में ग्रे सूची में रखा गया था और चेतावनी दी गई थी कि अक्तूबर 2019 तक वह टेरर फंडिंग रोकने की कार्रवाई को अंजाम दे। बताया यह भी जा रहा है कि पाकिस्तान को ईरान और उत्तर कोरिया के साथ ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। इस बैठक में इस बात का फैसला हो जाएगा कि पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में बना रहेगा या उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। हालांकि, चीन अपने सदाबहार दोस्त को ब्लैकलिस्ट होने से बचाने का पूरा प्रयास करेगा। शनिवार को एशिया पैसिफिक ग्रुप (APG) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, संभावना अधिक है कि पाकिस्तान को 'ग्रे लिस्ट' में ही रखा जाएगा क्योंकि उसने FATF द्वारा निर्धारित कुछ सिफारिशों का पालन किया है। पाकिस्तानी समाचार पत्र द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, आर्थिक मामलों के विभाग के प्रमुख हम्माद अजहर के नेतृत्व में पाकिस्तानी डेलिगेशन 13 अक्टूबर को फ्रांस के लिए रवाना होने वाला है, क्योंकि FATF 14 और 15 अक्तूबर को पाकिस्तान के मुद्दे पर विचार करेगा। कांग्रेस के आए 'बुरे दिन', पैसों की तंगी के चलते चाय-नाश्ते के खर्च पर लगाई लगाम दिल्ली के ऑड -ईवन सिस्टम से महिलाओं को मिली राहत, लेकिन CNG गाड़ियों को नहीं कोई रियायत भारत के इस पड़ोसी देश के पूर्व पीएम के भाई पर लगा 10 करोड़ डॉलर का जुर्माना, जानें कारण