लखनऊ: उत्तर प्रदेश के भदोही से समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ एक नाबालिग लड़की से जबरन घरेलू काम कराने और प्रताड़ित करने के आरोप में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। यह एफआईआर श्रम विभाग अधिकारी जेपी सिंह की शिकायत पर दर्ज की गई। इससे पहले, 17 वर्षीय लड़की से बिना वेतन काम कराने के मामले में श्रम विभाग ने दोनों के खिलाफ नोटिस जारी किया था। विधायक के घर से बचाई गई किशोरी सर्रोई के कैथीपुर की रहने वाली है। उसने पूछताछ के दौरान बताया कि उसे प्रताड़ित किया जाता था, डांट-फटकार होती थी और उसे मारा-पीटा भी जाता था। लड़की ने बताया कि भदोही शहर की कांशीराम आवासीय कॉलोनी की एक नौकरानी ने तंग आकर विधायक के आवास पर आत्महत्या कर ली थी, जिसका शव सपा विधायक के घर की छत से लटका हुआ मिला था। FIR के अनुसार, विधायक जाहिद बेग के आवास से मुक्त कराई गई नाबालिग ने बताया कि उसे मारपीट और बिना वेतन के काम कराया जाता था। आरोप है कि प्रताड़ना से परेशान होकर मृत नौकरानी भागने की कोशिश में थी, और उसने मौत से दो दिन पहले यह बात अन्य नाबालिग से कही थी। पूछताछ के दौरान नाबालिग ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पता चला कि विधायक जाहिद बेग के यहां काम करने वाली लड़कियों को मात्र 1,000 रुपये प्रति माह दिया जाता था। इसके अलावा, कई बार बिना वेतन के भी नाबालिगों से काम कराया जा रहा था। श्रम प्रवर्तन अधिकारी जेपी सिंह की शिकायत पर पुलिस ने विधायक और उनकी पत्नी पर बंधुआ श्रम उन्मूलन अधिनियम 1976 और किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक द्विवेदी ने बताया कि आरोप गंभीर हैं और इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है, साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है। पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन और जिलाधिकारी विशाल सिंह के निर्देश पर गठित टीम ने विधायक के आवास से नाबालिग को बचाया। घटना के पांच दिन बाद आखिरकार मामला दर्ज कर लिया गया है। 'ऑपरेशन ब्लू स्टार गलत था..', इंदिरा गांधी के आदेश को ये क्या कह गए चन्नी नरम पड़े ड्रैगन के तेवर! चीन बोला- हमने लद्दाख के 4 प्वाइंट से सेना हटाई सरकार का बड़ा कदम, इन जिलों में लगेगी मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक