हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरान कर दिया. इस मामले में बच्चियों को देवी बताकर पूजने का दिखावा करने वाली एक साध्वी पर जयपुर के कानोता थाने में युवतियों से दुराचार करने का आरोप लगा है. इस दौरान की सबसे खास बात यह है कि आरोपी साध्वी के खिलाफ शिकायत दर्ज होते ही कई लोग अपने बच्चों को बचाने में जुट गए हैं. जी हाँ, इस मामले को दबाने के लिए आश्रम में रहने वाली मासूम बच्चियों को बीच पढ़ाई ही वापस लौटा दिया जा रहा है और वहीं आरोप लगाने वाली पीडि़ता शक्ति अपने बयान से हिल भी नहीं रही है. मामले के दर्ज होते ही आरोपी साध्वी आश्रम से फरार है. खबरों के अनुसार जामड़ोली में एक आश्रम चलाने वाली साध्वी समदर्शी पर कलेक्टर ऑफिस से आदेश आने के बाद 29 सितंबर को छेड़छाड़ का आरोप लगा है और उसके खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ है. पुलिस को बताए गये बयान में यह बात सामने आई है कि महिला साध्वी जबरन संबंध बनाती थी. आरोप लगाने वाली युवती ने बताया कि उसके साथ साध्वी ने समलैंगिक होने का प्रयास किया तो उसने आश्रम में किशोरी बालिकाओं को जानकारी दी. इसके बाद किशोरी बालिकाओं ने साध्वी की इस करतूत का पिछले कई दिनों से शिकार होना बताया और कहा वह कई बार इसे झेल चुकीं हैं. आपको बता दें कि पीडि़ता के बयानों के बाद अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और लगातार आश्रम पर नजर टिकाए हुए हैं और वहां की भी जांच में लगी है. पिता-पुत्र करते थे गोद ली बेटी के साथ गंदा काम, उसके ऊपर छोड़ देते थे कुत्ता आंध्र प्रदेश: भीषण सड़क हादसे में छ: लोगों की हुई मौत #METOO : एक तरफ देवी के रूप में पूजी जा रही है नारी, तो दूसरी ओर यौन उत्पीड़न जारी