हुनान : चीन में रहने वाली चेन जिमो बचपन से ही अपनी जिम्मेदारियों को भली भांति समझने लगी थी। 12 साल की उम्र में वह इतनी समझदार हो गई कि जब घर में आ लगी तो उसने छोटे भाई मोजी को बचाने के लिए खुद को न्यौक्षावर कर दिया। पिता चेन हो का कहना है कि जिमो अगर खुद पर कंबल ढक लेती तो आज जिंदा होती, लेकिन भाई को आग से बचाने के लिए उसने उसे अपने नीचे दबा लिया। वर्ल्ड ट्रैक साइक्लिंग चैम्पियनशिप : इटली के फिलिपो गेना ने जीता इंडिविजुअल परस्यूट का गोल्ड मेडल ऐसे हुआ था दर्दनाक हादसा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हुनान प्रांत के छेंगदे में स्थित जिमो के घर में 22 फरवरी की सुबह आग लगी। उस समय वह अपने छोटे भाई के साथ सो रही थी। पिता चेन हो को जब आग का पता चला तो उन्होंने बेटे और बेटी की सुध ली। दोनों अपने कमरे में अचेत थे। इलाज के लिए मोजी और उसकी बहन जिमो को अस्पताल ले जाया गया। जिमो 55 फीसदी तक जल चुकी थी, जबकि मोजी का शरीर 25 फीसदी झुलसा था। जिमो ने पांच दिन तक मौत से संघर्ष किया। लेकिन आखिर में वह हार गई। धरती पर अगर एक भी मधुमक्खी ना हो तो 4 साल में ही मर जायेगा इंसान, जानिए ऐसे ही तथ्य ऐसा था जिमो का बचपन प्राप्त जानकारी के अनुसार पिता चेन हो का कहना है कि जिमो बचपन से ही जिम्मेदारियों को समझने लगी थी। चार साल की उम्र से वह अकेले रहना सीख गई थी, क्योंकि वह खुद व्यवसाय करते हैं तो उनकी पत्नी रात की शिफ्ट में नर्स का काम करती हैं। छोटे भाई का जन्म हुआ तो जिमो उसकी भी देखभाल करने लगी। हादसे के बाद चेन हो ने अस्पताल का बिल चुकाने के लिए सात घंटे में लगभग 1 करोड़ पांच लाख रुपये का ऑनलाइन फंड एकत्र किया। AUDIO: पाक का झूठ बेनकाब, मसूद अज़हर के भाई ने माना - एयर स्ट्राइक से हुआ नुकसान अब एक ही कार्ड से पांच देशों में इस तरह हो सकेगा भुगतान प्रयागराज: एक साथ 10000 सफाईकर्मियों ने कुम्भ में लगाई झाड़ू, बना विश्व रिकॉर्ड