इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पहले चीफ एयर मार्शल असगर खान का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 96 साल के थे. उनका जन्म साल 1921 में जम्मू-कश्मीर में हुआ था. पाकिस्तान की वायुसेना के पहले कमांडर इन चीफ रहे खान को सीने में संक्रमण के चलते रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था. असगर खान 35 साल की उम्र में पाकिस्तानी वायुसेना के प्रमुख बन गए थे. वायु सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद राजनीति में प्रवेश किया तथा जनरल अयुब खान के तानाशाही शासन के दौरान 1960 में जुल्फिकार अली भुट्टो की जेल से रिहाई को लेकर हुए आंदोलन में भी भाग लिया. दिलचस्प बात यह है कि वह 1977 के चुनाव में भुट्टो का विरोध करने वाले पाकिस्तान राष्ट्रीय गठबंधन के नेताओं में भी शामिल थे. खान ने तहरीक-ए-इस्तक्लाल नामक राजनीतिक पार्टी का भी गठन किया गया था जिसे विपक्ष के नेता इमरान खान के नेतृत्ववाली तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी में विलय कर दिया गया. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत खान की ही पार्टी से की थी लेकिन बाद में वह मुस्लिम लीग में शामिल हो गये. खान को 1996 में सुप्रीम कोर्ट में दायर की गयी उस याचिका के लिए भी जाना जाता है जिसमें उन्होंने नवाज शरीफ समेत कई राजनेताओं पर 1990 के चुनाव के दौरान बेनजीर भुट्टो को हराने के लिए खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से पैसे लेने का आरोप लगाया था. वह पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के भी अध्यक्ष भी रहे थे. अब रोबोट को लगेगी चोट तो खुद कर लेगा ठीक ग्लोबल वार्मिंग के चलते मूंगे की चट्टानें खतरे में सोशल मीडिया ने ईरान में भड़काई हिंसा: धर्मगुरु